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मेसी मुद्दे पर अभिषेक बनर्जी की नाराजगी, कहा - दिखावे की चुकानी पड़ेगी कीमत, पुलिस भी थी लापरवाह

अभिषेक बनर्जी ने साफ कहा कि पिछले शनिवार को युवा भारती में अपनी 'उदासीनता' और 'ढिलाई' के कारण आम लोगों को मेसी को देखने तक से वंचित रखने वालों को इसका जवाब देना होगा।

By Manipushpak Sengupta, Posted By : Moumita Bhattacharya

Dec 18, 2025 11:23 IST

राज्य के खेल मंत्री का पदत्याग स्वीकार कर लिया गया है, राज्य पुलिस के DG तक को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। किसी पुलिस अधिकारी को सस्पेंड भी किया गया है। सॉल्टलेक के युवा भारती क्रीड़ांगन में हुए 'मेसी-मेस' के बाद मंगलवार को राज्य सरकार की ओर से 'सख्त कार्रवाई' करते हुए कई कदम उठाए गए।

इसके बावजूद विपक्षी पार्टियों का दावा किया है कि यह सब बस 'दिखावा' है। इसी मामले में बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने सीधे शब्दों में स्पष्ट किया कि समय के साथ युवा भारती मामले की जांच प्रक्रिया पर कोई पर्दा नहीं डाला जाएगा।

उन्होंने यह भी साफ कहा कि पिछले शनिवार को युवा भारती में अपनी 'उदासीनता' और 'ढिलाई' के कारण आम लोगों को मेसी (Lionel Messi) को देखने तक से वंचित रखने वालों को इसका जवाब देना होगा। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि कुछ लोगों के व्यवहार के कारण बंगाल का सिर दुनिया भर में झुका दिया गया है। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि जांच के बाद जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी ममता बनर्जी की सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।

राज्य सरकार ने की सख्त कार्रवाई

गौरतलब है कि शनिवार को युवा भारती में जबरदस्त हंगामा मच गया था। दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी के G.O.A.T इंडिया टूर में अफरा-तफरी मच गयी थी। हजारों रुपए का टिकट खरीदकर स्टेडियम पहुंचे दर्शक मेसी की एक झलक तक नहीं देख पाए थे। इसके बाद ही दर्शकों का गुस्सा भड़क उठा। फैंस का गुस्सा मुख्य रूप से बिजनेसमैन सतद्रु दत्ता और राज्य के तत्कालीन खेल मंत्री अरूप विश्वास पर फूटा। क्योंकि अरूप विश्वास और उनके करीबी उस दिन अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी को इतना घेर कर रखे हुए थे कि गैलरी में बैठा कोई भी व्यक्ति मेसी को देख ही नहीं पाया।

इसके साथ ही पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठे। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तुरंत युवा भारती की घटना के लिए सबके सामने माफी मांगी। शनिवार को ही उन्होंने एक जांच कमेटी का गठन किया। अरूप विश्वास ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जतायी जिसे स्वीकार कर लिया गया। राज्य पुलिस के DG राजीव कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री ने पिछले कुछ दिनों में इस घटना के बारे में सार्वजनिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

मैं डर के मारे वहां नहीं गयी : ममता बनर्जी

नेताजी इंडोर स्टेडियम में व्यवसाईयों के एक कार्यक्रम में पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मेसी का मुद्दा सीधे नहीं उठाया लेकिन इशारों में उन्होंने अपनी बात रखी। स्पोर्ट्स, मेला और उत्सव के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं उस दिन सिर्फ डर के मारे वहां नहीं गयी थी। अगर मैं जाती तो फोटो खींचवाने के लिए भीड़ और भी ज्यादा बढ़ जाती।

उन्होंने आगे कहा कि अगर हममें से कोई गलत व्यवहार करता है तो हम खट्टी-मीठी दवाईयों के माध्यम से समस्या का हल निकालते हैं। कम से कम हम कोशिश तो ऐसी ही करते हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने किसी खास संदर्भ का जिक्र नहीं किया लेकिन जानकार इसे शनिवार को साल्टलेक स्टेडियम में हुई घटना और खेल मंत्री अरूप विश्वास को उनके पद से हटाए जाने के बारे में कही गयी बात बता रहे हैं।

लापरवाही पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ जरूर होगी कार्रवाई : अभिषेक बनर्जी

तृणमूल का दावा है कि राज्य सरकार ने 'राज धर्म' का पालन किया है लेकिन विपक्ष का आरोप है कि यह सब 'दिखावा' है। डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है। विपक्ष के आरोपों में कोई दम नहीं है यह स्पष्ट करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता एयरपोर्ट पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दर्शक बड़ी उम्मीदों और जोश के साथ युवा भारती गए थे। लेकिन कुछ लोगों के दिखावे की वजह से दर्शक निराश हुए। उन्हें जवाबदेही करनी पड़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और प्रशासन की तरफ से भी ढिलाई बरती गयी थी। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। इसीलिए निष्पक्ष जांच शुरू की गई है।

साथ ही अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हममें से कोई भी युवा भारती वाली घटना नहीं चाहता था। क्योंकि इसकी वजह से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बंगाल की बदनामी हुई है। कुछ लोगों के बर्ताव की वजह से पूरे बंगाल का सिर झुक गया है। यह हममें से कोई नहीं चाहता था। अभिषेक बनर्जी को इस बात का पूरा भरोसा है कि ममता बनर्जी की सरकार युवा भारती के मुद्दे पर किसी को नहीं बख्शेगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन सभी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जिनके खिलाफ आम लोगों में गुस्सा है। चाहे वह पुलिस का कोई अधिकारी, युवा भारती का CEO हो या मंत्रिमंडल का कोई सदस्य हो। निष्पक्ष जांच चल रही है। मुझे यकीन है कि राज्य सरकार उन सभी के खिलाफ कार्रवाई करेगी जो लापरवाह पाए जाएंगे या जिनकी लापरवाही की वजह से यह घटना हुई।

मेसी मुद्दे पर राजनीतिक करने वाले लोग बंगाल को कर रहे अपमानित

तृणमूल के कुछ नेताओं ने युवा भारती में विरोध करने वाले दर्शकों को लक्ष्य बनाकर अरूप विश्वास को बचाने की कोशिशें भी शुरू कर दी है। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने स्पष्ट कर दिया कि पार्टी मेसी की झलक न मिल पाने की वजह से गुस्साए दर्शकों को लक्ष्य बनाने की तरकीब को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि लोग बड़ी मुश्किल से टिकट खरीदकर आए थे।

आयोजक भी निश्चित रूप से जिम्मेदार हैं। जो इवेंट होना था वह नहीं हुआ। मेसी तय समय से बहुत पहले ही मैदान छोड़कर चले गए। जो लोग दुर्गा पूजा के लिए नए कपड़े खरीदे बिना मेसी की बस एक झलक पाने के लिए महीनों रुपए जमा करके युवा भारती आए थे उनके निराश होने की बड़ी वजह है।

इसके साथ ही अभिषेक बनर्जी ने विपक्षी पार्टियों को भी कड़े शब्दों में कहा कि जो लोग युवा भारती की घटना पर राजनीति कर रहे हैं वे बंगाल का ही अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक रेल हादसे हो रहे हैं। मैंने कभी रेल मंत्री को माफी मांगते नहीं देखा। युवा भारती की घटना के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ने माफी मांगी। उनमें कोई घमंड नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य प्रशासन की तरफ से कहीं न कहीं लापरवाही हुई है। हालांकि जो लोग इस बात पर राजनीति कर रहे हैं वे बंगाल को ही अपमानित कर रहे हैं।

हालांकि राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा अभिषेक बनर्जी की इस बात को मानने को तैयार नहीं है। विरोधी पार्टी विधानसभा चुनाव से महज चार महीने पहले युवा भारती जैसे एक बड़े मुद्दे को किसी भी तरह से छोड़ने को तैयार नहीं हैं। प्रदेश भाजपा के नेताओं का अरूप विश्वास की गिरफ्तारी की मांग से पीछे हटने की कोई योजना नहीं है। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी अरूप विश्वास को हिरासत में लेकर युवा भारती की घटना की जांच करने की मांग की। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अभिषेक ने अब तृणमूल की विवेक की भूमिका निभानी शुरू कर दी है। अगर उन्हें निराश दर्शकों से हमदर्दी है तो वह भी अरूप विश्वास की गिरफ्तारी की मांग करें।

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