एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट के पहले ही दिन एलेक्स कैरी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। ऑस्ट्रेलिया के इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को विवादास्पद तरीके से नॉट आउट दिए जाने की घटना ने काफी तूल पकड़ लिया। जब कैरी 72 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तब तेज गेंदबाज जोश टंग की गेंद पर इंग्लैंड ने कैच की अपील की। लेकिन स्निकोमीटर में यह दिखा कि गेंद के बल्ले के पास से गुजरने से थोड़ा पहले ही स्पाइक बन गया था।
उसी फुटेज के आधार पर अंपायर ने कैरी को नॉट आउट करार दिया। बाद में यह साफ हुआ कि यह एक तकनीकी गलती थी। इसलिए मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड को ‘मुआवजा’ दिया गया।
अंपायर द्वारा एलेक्स कैरी को नॉट आउट देने के कारण इंग्लैंड का वह रिव्यू भी बर्बाद हो गया। इसके बाद कैरी ने शतक जड़ा और ऑस्ट्रेलिया बड़े स्कोर तक पहुंच गया, जिसकी कीमत इंग्लैंड को चुकानी पड़ी। बाद में इस सीरीज में स्निको तकनीक संचालित करने वाली कंपनी ने भी गलती स्वीकार की।
बीबीजी स्पोर्ट्स कंपनी ने माना कि कैरी के मामले में स्निकोमीटर में हुई गलती दरअसल ऑपरेटर की लापरवाही थी। स्निको तकनीक का उपयोग करते समय ऑपरेटर ने स्टंप माइक की गलत ऑडियो चुनी थी। इसी कारण ICC की ओर से दूसरे दिन की शुरुआत में इंग्लैंड को एक अतिरिक्त रिव्यू दिया गया।
मैच की स्थिति
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 371 रन पर समाप्त हुई। वहीं दूसरे दिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी बिखर गई। 59 ओवर में उनका स्कोर 8 विकेट पर 191 रन था। ओली पोप और जैक क्रॉली बड़ी पारी नहीं खेल सके। जो रूट 19 रन बनाकर आउट हुए। बेन डकेट ने 29 रन बनाए। हालांकि हैरी ब्रूक ने 63 गेंदों में 45 रनों की जुझारू पारी खेली। जेमी स्मिथ 22 रन पर आउट हुए, हालांकि उनके आउट होने को लेकर भी विवाद है। बेन स्टोक्स 122 गेंदों में 34 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। टीम में वापसी करते ही ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने तीन विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा।