मतदाता सूची का मसौदा (Draft) जारी होने के 48 घंटे बाद चुनाव आयोग सुनवाई की प्रक्रिया को शुरू करने वाला है। चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार (18 दिसंबर) से ही सुनवाई का पत्र बांटने का काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि आयोग ने अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि सुनवाई की प्रक्रिया कब शुरू होगी। पहले से घोषित शेड्यूल के मुताबिक सुनवाई की प्रक्रिया 7 फरवरी तक जारी रहेगी।
बुधवार को राज्य के CEO मनोज अग्रवाल ने कहा था कि अगले सात दिनों में सुनवाई शुरू होने की उम्मीद है। चुनाव आयोग गुरुवार से एक नोटिस तैयार करेगा। संबंधित ERO नोटिस में सुनवाई की तारीख, समय और जगह बताएगा।
बंगाल में SIR की सुनवाई के लिए 294 ERO और 3059 AERO नियुक्त किए गए हैं। चुनाव आयोग की योजनानुसार हर विधानसभा क्षेत्र में औसतन एक ERO और 10 AERO को नियुक्त किया जाएगा। आयोग सूत्रों के मुताबिक गलतियों और भीड़ से बचने के लिए हर आधिकारिक दिन में 100 सुनवाई की जाएंगी।
सुनवाई की संख्या के आधार पर भीड़ बढ़ने की संभावना के मद्देनजर CEO मनोज अग्रवाल ने और 2800 ERO को नियुक्त करने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास 7 फरवरी तक का काफी समय है। अगर जरूरत पड़ी तो हम और ERO को नियुक्त करेंगे। मैंने आयोग से अनुरोध किया है कि AERO को भी ERO जैसे ही अधिकार दिए जाए। अगर अनुमति मिलती है तो AERO फॉर्म भी बांट सकते हैं।
आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुरुआत में 32 लाख अनमैप्ड मतदाताओं को सुनवाई के लिए नोटिस भेजा जाएगा। यानी जो लोग साल 2002 के SIR से मैप्ड नहीं हैं लेकिन जिनके नाम 2026 के मतदाता सूची के मसौदे में हैं, उन्हें बुलाया जाएगा। बताया गया है कि मतदाता सूची के मसौदे में नाम होने के बावजूद सुनवाई के लिए चुनाव आयोग बुलवा सकता है।
हालांकि इस मामले में समस्याएं बहुत कम होंगी। नए आवेदक जो मतदाता के तौर पर रजिस्टर्ड होना चाहते हैं उन्हें भी सुनवाई के लिए आना होगा। अब जब आयोग ने सुनवाई का पत्र बांटना शुरू कर दिया है तो अगले चरण का काम और स्पष्ट हो जाएगा।