बांग्लादेश से वापस लौटी सोनाली बीबी से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) मिलने वाले हैं। पहले वह इसी सप्ताह सोनाली बीबी से मिलने वाले थे। लेकिन सूत्रों का दावा है कि सोनाली की शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कुछ समय के लिए इसे टाल दिया है।
बता दें, सोनाली बीबी गर्भावस्था की एडवांस स्टेज पर पहुंच चुकी हैं। इसलिए उसके स्वास्थ्य की बात को ध्यान में रखते हुए ही तृणमूल सांसद ने फिलहाल मिलने की योजना को टाल दी है। लेकिन सोनाली को जो भी स्वास्थ्य सहायता की जरूरत होगी, वह उसे मिले इसे सुनिश्चित करने की बात अभिषेक बनर्जी ने कही है। पर सोनाली बीबी से कब मिलेंगे तृणमूल सांसद?
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सोनाली बीबी के बच्चे के जन्म के बाद ही अभिषेक बनर्जी उससे मिलने की योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि बीरभूम के रामपुरहाट की रहने वाली सोनाली बीबी दिल्ली में नौकरानी का काम करती थी। बांग्ला भाषा में बात करने की वजह से दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी होने का आरोप लगाते हुए गर्भवती सोनाली बीबी को BSF ने बांग्लादेश में 'पुश-बैक' कर दिया था। काफी दिनों तक सोनाली बीबी को बांग्लादेश की जेल में भी रहना पड़ा था।
इसके बाद ही मुकदमा शुरू हुआ जिसमें हाई कोर्ट ने उसे देश में वापस लाने का आदेश दिया। हालांकि इसके बाद भी सोनाली बीबी को लंबा समय बांग्लादेश की जेल में बिताना पड़ा था। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के कड़े आदेश के बाद केंद्र सरकार एक प्रकार से मजबूर होकर ही सोनाली बीबी को बांग्लादेश से भारत वापस लायी। लगभग 6 महीनों बाद वह बांग्लादेश से 5 दिसंबर को 8 महीने की गर्भावस्था के साथ भारत वापस लौटी।
गर्भवती सोनाली बीबी को जबरदस्ती बांग्लादेश भेज देने और विदेशी होने का आरोप लगाने को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने शुरुआत में ही इसकी तीव्र निंदा की थी। अभिषेक बनर्जी ने इसके खिलाफ अपनी आवाज उठायी थी। उन्होंने सवाल उठाते हुए यह भी कहा था कि कोर्ट के आदेश के बावजूद सोनाली को क्यों बांग्लादेश से वापस नहीं लाया गया था।
रामपुरहाट के घर पर वापस लौटने के बाद सोनाली बीबी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी का धन्यवाद ज्ञापन किया था। अब सोनाली बीबी से अभिषेक बनर्जी मिलने वाले हैं। इस बारे में सोनाली बीबी का कहना है कि अगर वह आते हैं तो हमें बहुत खुशी होगी। उन लोगों ने हमारे लिए जो किया है, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता है।