दुर्गापुर के निजी कॉलेज में डॉक्टरी की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्ष की घटना में रविवार की सुबह 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने की जानकारी मिली है। इसके अलावा पीड़िता के सहपाठी को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर लगातार पुछताछ कर रही है।
क्या दूसरे आरोपी कॉलेज से सटे जंगल में छिपे बैठे हुए हैं? इस संभावना को मद्देनजर रखते हुए ही रविवार की सुबह श्मशान घाट से सटे जंगल के इलाके में ड्रोन से तलाशी अभियान चलाया गया है। शुक्रवार की रात को अपने एक सहपाठी के साथ पीड़िता छात्रा कॉलेज परिसर से बाहर गयी थी। आरोप है कि समय ही उसे खींचकर जंगल में ले जाया गया जहां उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
घटना की जांच के दौरान सबसे पहले पीड़िता छात्रा के सहपाठी को हिरासत में लेकर पुलिस ने पुछताछ शुरू की। जांच अधिकारियों का मानना है कि इस मामले में उसकी भूमिका भी संदेहास्पद लग रही है। बताया जाता है कि घटना के करीब 40 घंटों बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की। रविवार की सुबह 10 बजे परानगंज के जंगलों में जाकर पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी की।
शनिवार की रात को मौके पर पहुंची महिला आयोग की सदस्या अर्चना मजूमदार ने पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाया है। उनका आरोप है कि घटनास्थल की घेराबंदी नहीं की गयी है। पुलिस सटिक जगह को चिह्नित नहीं कर पायी है। सभी तथ्य और सबूत नष्ट हो गए हैं।