दुर्गापुर की पीड़िता मेडिकल छात्रा के पिता अपनी बेटी को बंगाल में नहीं रखना चाहते। उन्होंने बताया कि वह अपनी बेटी को ओडिशा ले जाना चाहते हैं। उनका दावा है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही उन्होंने यह फैसला लिया है।
समाचार एजेंसी ANI को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा, 'मेरी बेटी बहुत कष्ट में है। वह बात नहीं कर पा रही है। अभी भी बिस्तर पर है। मैं उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। यहां उसे किसी भी समय मार सकते हैं। इसलिए उसे ओडिशा ले जाना चाहता हूं। हम नहीं चाहते कि वह बंगाल में रहे। वह ओडिशा जाकर पढ़ाई करेगी।'
उल्लेखनीय है कि पीड़िता युवती दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा है। शुक्रवार की रात को वह अपने दोस्त के साथ कॉलेज से बाहर निकली थी। आरोप है कि उस समय उसे जबरदस्ती जंगल में खींचकर ले जाकर सामूहिक बलात्कार किया गया। इस घटना में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा पुलिस उसके सहपाठी की भूमिका की भी जांच कर रही है।
रविवार को उत्तर बंगाल जाने से पहले दुर्गापुर की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'छात्रों की सुरक्षा को लेकर निजी मेडिकल कॉलेज की भी जिम्मेदारी है। पुलिस तो घर-घर जाकर बैठी नहीं रह सकती। जो हुआ है वह निश्चित रूप से निंदनीय है। लेकिन कोई साढ़े बारह बजे निकला। वह भी जा सकते हैं, उनका अधिकार है। लेकिन हॉस्टल का तो एक सिस्टम है।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने पुलिस सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है। किसी अपराधी को छूट न मिले।' साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा जैसे राज्यों में लड़कियों पर अत्याचार होने पर क्या कदम उठाए जाते हैं, इस पर ममता बनर्जी ने सवाल उठाया। उन्होंने आगे बताया कि बंगाल अपराध और अपराधियों के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाता है।