दुर्गापुर के निजी मेडिकल कॉलेज की डॉक्टरी की छात्रा से दुष्कर्म की घटना पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बनी हुई थी। इस मामले में अब तक छात्रा के कथित दोस्त और 5 आरोपी समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सभी 5 आरोपियों की TI (टेस्ट आईडेंटीफिकेशन) परेड की गयी लेकिन पीड़िता के 'दोस्त' को टीआई परेड में सामने नहीं लाया गया। पर क्यों?
TOI की मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता छात्रा के सामने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में गिरफ्तार पांचों आरोपियों की टीआई परेड कराई गयी। बताया जाता है कि इस घटना में गिरफ्तार छात्रा के 23 वर्षीय दोस्त को टीआई परेड में सामने नहीं लाया गया क्योंकि वह एक जाना-पहचाना चेहरा है। बाकी सभी आरोपी, जिनकी टीआई परेड हुई वे अनजाने लोग थे।
जानकारी के अनुसार कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़िता अपनी मां और वकील के साथ दोपहर को करीब 12.15 बजे जेल गयी और 1.20 बजे वहां से निकल गयी। बताया जाता है कि आरोपियों की पहचान के समय पीड़िता मजिस्ट्रेट के साथ अकेली ही वहां मौजूद थी।
पीड़िता के वकील पार्थ घोष ने बताया कि जांच अपनी गति से ही आगे बढ़ रहा है। टीआई परेड एक महत्वपूर्ण जांच प्रक्रिया है, जो सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि हम सभी जांच प्रक्रियाओं को ध्यान में रख रहे हैं। अगर हमें कहीं भी लापरवाही नजर आती है, तो हम तुरंत कार्रवाई करेंगे। इस घटना से जुड़े एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि दुष्कर्म की शर्मनाक घटना को एक आरोपी ने ही अंजाम दिया है लेकिन 2 और लोग उस वक्त मौके पर मौजूद थे। इस वजह से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में वह भी दोषी माने जाएंगे।
वहीं दो अन्य आरोपी घटनास्थल पर थोड़ी देर से पहुंचे थे। उन्होंने पीड़िता को धमकाया और उसका मोबाइल छीन लिया। मिली जानकारी के अनुसार देर से आने वाले दोनों आरोपियों ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पीड़िता ने अपने बयान में अपने दोस्त के साथ 10 अक्टूबर की रात को कॉलेज परिसर से खाना खाने के लिए बाहर निकलने की बात स्वीकार की है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके दोस्त ने उससे गलत हरकत की और यह सब होते हुए आरोपियों ने भी देखा। पीड़िता का आरोप है कि जब उससे दुष्कर्म और धमकाया जा रहा था तब उसका दोस्त वहां से भाग खड़ा हुआ।
वहीं पीड़िता के दोस्त का दावा है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था और पीड़िता अपनी मर्जी से उसके साथ कॉलेज परिसर के बाहर गयी थी। 'दोस्त' का दावा है कि उसने पीड़िता से दुष्कर्म नहीं किया। वहीं पुलिस ने सबूतों के आधार पर पीड़िता का बयान सच होने की पुष्टि की है।