दुर्गा पूजा के 4 दिनों के व्यापार को दिवाली-काली पूजा की एक ही रात ने पीछे छोड़ दिया। एक दिन में यहां रिकॉर्ड मात्रा में शराब की बिक्री हुई है। मिली जानकारी के अनुसार दिवाली-काली पूजा की रात को पूर्व मेदिनीपुर जिले में लगभग ₹8 करोड़ की शराब बिकी है। सिर्फ इतना ही नहीं, बताया जाता है कि जिले भर में पिछले करीब 20 दिनों में ₹104 करोड़ का शराब बिका है।
आमतौर पर दीघा, ताजपुर और मंदारमणी में पूरे साल ही पर्यटकों की भीड़ उमड़ती रहती है। काली पूजा, दिवाली, क्रिसमस या फिर नव वर्ष की पार्टी के लिए यहां जनसैलाब उमड़ता है। उस समय बड़ी संख्या में पर्यटक शराब का सेवन करते हैं। इसके अलावा भी जिले भर में और भी कई पर्यटन केंद्र हैं, जहां साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है।
लेकिन दिवाली की एक रात में जिले भर में जितनी शराब की बिक्री हुई है, यह आंकड़ा वास्तव में चौंकाने वाला है। बताया जाता है कि जिले भर के लगभग 288 शराबों की दुकानों में बिकी शराब से आबकारी विभाग के कोष में करीब 8 करोड़ रुपया जमा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार इस साल सबसे ज्यादा देसी शराब की बिक्री हुई है।
जिला आबकारी ऑफिस सूत्रों के हवाले से बताया जाता है कि इस साल दीवाली की रात को 74537.13 लीटर देसी, 50901.50 लीटर विदेशी और 49011.43 लीटर बियर की बिक्री हुई है। बताया जाता है कि एक दिन में शराब की बिक्री से कुल ₹77,89, 1084.08 की आय हुई है। वहीं बात अगर 1 से 20 अक्तूबर की करें तो जिले भर में ₹1040472709.5 के शराब की बिक्री हुई है।
इस साल दुर्गा पूजा के 4 दिनों के दौरान कुल 33 करोड़ रुपए का शराब बिका था। लेकिन काली पूजा-दिवाली के एक दिन में ही 8 करोड़ रुपए का शराब बिका है। बताया जाता है कि पिछले कुछ सालों से राज्य भर में शराब की बिक्री में पूर्व मेदिनीपुर जिला ही आगे रह रहा है।