बांग्लादेशी होने के संदेह में किसान को पकड़कर ले जाने और उससे मारपीट करने का आरोप BSF पर लगाया गया है। घटना 27 अक्तूबर (सोमवार) की बतायी जाती है। लगभग एक सप्ताह बाद इस घटना के बारे में पता चल सका है। यह मामला नदिया के चापड़ा थाना के सीमावर्ती क्षेत्र हाटखोला गांव की बतायी जाती है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित युवक का नाम रफिकुल मंडल बताया जाता है।
मीडिया से बात करते हुए रफिकुल ने बताया कि वह नदिया के हाटखोला इलाके के निवासी है। उस दिन वह गांव में चाय की एक दुकान पर बैठकर दोस्तों के साथ बातें कर रहे थे। आरोप है कि उसी समय चाय की दुकान से BSF के जवान उन्हें पकड़ कर लेकर गए। लगभग 3 घंटों तक जंजीर से बांधकर उन्हें रोक कर रखने और मारपीट करने का आरोप रफीकुल ने लगाया है।
आरोप है कि मारपीट की वजह से रफीकुल गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें स्थानीय चापड़ा ग्रामीण अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। स्वस्थ होने के बाद वापस लौटकर उन्होंने थाना में घटना की शिकायत दर्ज करवायी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी कई बार BSF के जवानों ने ग्रामीणों पर हमला किया है। इस मामले में कृष्णनगर के अतिरिक्त पुलिस सुपर मकवाला मीतकुमार ने बताया कि इस घटना को लेकर थाना में शिकायत दर्ज हुई है। हालांकि उक्त व्यक्ति से क्यों मारपीट की गयी, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। दर्ज शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि देश के अलग-अलग हिस्सों से आम लोगों पर BSF के जवानों द्वारा अत्याचार करने, उनके साथ मारपीट करने, बांग्लादेशी होने के आरोप में पुशबैक करने जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं। फिर से सीमावर्ती क्षेत्र में इन आरोपों के सामने आने के बाद से इलाके के लोगों में सुरक्षा को लेकर डर बैठ गया है।