कम समय में अच्छा मुनाफाकमाने का लालच देकर चिटफंड योजना में 3,000 जमाकर्ताओं से पैसे निकाले गए थे। आसनसोल के एक तृणमूल नेता के बेटे का नाम करीब 350 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में शामिल था। पश्चिम बर्दवान जिले के तृणमूल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के हाल ही में निष्कासित उपाध्यक्ष शकील अहमद के बेटे तहसीन को शनिवार शाम आसनसोल राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंद्रचूड़ चौराहे से गिरफ्तार किया गया। डीसी ध्रुव दास ने कहा, "एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।" मामले की जांच चल रही है।
तहसीन खुद को ट्रेडिंग एक्सपर्ट बताकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के लुभावने ऑफर देता था। एक लाख रुपये देने पर 20 महीने तक 12 हजार रुपये मिलने का दावा करके ठगी चल रही थी। पिछले दो दिनों से जमाकर्ता शकील अहमद के घर के सामने धरना दे रहे हैं। शुक्रवार दोपहर आसनसोल दक्षिण से भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने मुख्य आरोपी तहसीन की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पोलो मैदान के पास बर्नपुर रोड जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि शकील, उसके दोनों बेटे और परिवार के अन्य सदस्य इलाके से भाग गए हैं। हालांकि तहसीन उसी दिन मिल गया था। पुलिस बाकी लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि तहसीन से पूछताछ के बाद बाकी लोगों को ढूंढ लिया जाएगा।
स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर पूजा और त्योहार के बाद हुई इस धोखाधड़ी की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। दूसरी ओर आसनसोल नगर पालिका के उप महापौर वसीमुल हक ने दावा किया है कि तहसीन के पास व्यवसाय चलाने का कोई वैध लाइसेंस था या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है। पूजा की छुट्टियों के बाद नगर पालिका के फिर से खुलने पर मामले की जांच की जाएगी।