त्योहारों के मौसम में जहां दूर-दराज के शहरों में काम करने वाले लोग अपने-अपने घरों की ओर वापस लौटते हैं। लेकिन कुलतली में त्योहारों की खुशियां फीकी नजर आ रही है। इलाके के 14 मछुआरे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में गए थे लेकिन उनका ट्रॉलर बीच समुद्र में खराब हो गया।
इसके बाद लहरों के साथ बहते हुए भारतीय मछुआरों का ट्रॉलर बांग्लादेश की जलीय सीमाक्षेत्र में प्रवेश कर जाता है। बताया जाता है कि वहां बांग्लादेशी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया है। अब मछुआरे कैसे वापस लौटेंगे, यह सोचकर ही इनका परिवार परेशान हो रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी मछुआरे दक्षिण 24 परगना जिले के कुलतली के शानकीजहान गांव के निवासी हैं। बताया जाता है कि 13 अक्तूबर को 'एफबी शुभयात्रा' नामक एक ट्रॉलर से मछली पकड़ने के लिए रवाना हुआ। शनिवार, 18 अक्तूबर को गहरे समुद्र में पहुंचने के बाद अचानक उनका ट्रॉलर खराब हो गया। ऐसे में समुद्र की ऊंची लहरों के बीच फंसकर बहते-बहते ट्रॉलर बांग्लादेश की जलीय सीमाक्षेत्र में प्रवेश कर जाता है। बताया जाता है कि सीमा पार करने के थोड़ी देर के अंदर ही बांग्लादेश के कोस्टगार्ड ने उन्हें पकड़कर हिरासत में ले लिया।
इसके बाद सोशल मीडिया पर इनके बांग्लादेशी कोस्टगार्ड द्वारा हिरासत में लिए जाने की घटना का वीडियो क्लिप काफी वायरल हो गया। हालांकि 'एई समय ऑनलाइन' ने इस वीडियो की सत्यता की जांच नहीं की है। परिवार के सदस्यों का दावा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बांग्लादेश में उन 14 मछुआरों को हिरासत में ले लिया गया है।
परिवार उनकी सुरक्षा और भारत वापस लौटने को लेकर चिंतित नजर आ रहा है। साथ ही बताया जाता है कि इन सभी परिवारों में कमाने वाले एकमात्र सदस्य यहीं मछुआरे हैं। इस वजह से परिवार चलाने में भी इन परिवारों को खासी दिक्कतें आ रही हैं।
'एफबी शुभयात्रा' ट्रॉलर के मालिक का कहना है कि हम इस मामले में प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। प्रशासन जल्द से जल्द इन सभी 14 मछुआरों को देश में वापस लौटाने की व्यवस्था करें। मिली जानकारी के अनुसार नियमानुसार परिजन स्थानीय बीडीओ के पास सबसे पहले शिकायत दर्ज करवाएंगे। रविवार को सरकारी छुट्टी होती है। इसलिए इस मामले में सोमवार को कदम उठाया जा सकता है।