दिवाली-काली पूजा से ठीक एक दिन पहले सोनारपुर के घर से 5 वर्षीया बच्ची का खून से लथपथ शव बरामद होने के बाद से यह इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। दक्षिण 24 परगना निवासी प्रत्युषा कर्मकार की रहस्यमय मौत की घटना में पुलिस ने अब उसके नाना प्रणव भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया है। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रणव भट्टाचार्य की दो बेटियां थी। बड़ी बेटी की लगभग 10 साल पहले अस्वभाविक मौत हो गयी थी। उसके बाद से वह अपनी पत्नी के साथ अपनी छोटी बेटी यानी प्रत्युषा की मां के पास रहते थे।
आस-पड़ोस के लोगों का दावा है कि उन्हें बेटियां पसंद नहीं थी। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या छोटी बेटी को कन्या संतान पैदा होने की वजह से ही प्रत्युषा के प्रति उनके मन में नाराजगी उत्पन्न हो गयी थी? इन सवालों के जवाब भी इस वक्त पुलिस तलाश रही है।
बताया जाता है कि प्रत्युषा के माता-पिता दोनों ही निजी कंपनी में काम करते हैं। रविवार को सामान्य दिनों की तरह ही दोनों ऑफिस चले गए थे। घर में नन्हीं प्रत्युषा अपने नाना-नानी और आया के साथ थी। शाम के समय अचानक बच्ची की चीखने की आवाज सुनाई दी जिसे सुनकर पड़ोसी घर की तरफ दौड़ पड़े। वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि प्रत्युषा जमीन पर खून से लथपथ पड़ी थी। उसके शरीर पर चोट के कई निशान भी बने हुए थे। तुरंत बच्ची को सोनारपुर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जांच करने पहुंची पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की। पड़ोसियों का दावा है कि प्रणव चाहते थे कि उनकी बेटी एक बेटे को जन्म दे। उनकी खुद की दो बेटियां थी। छोटी बेटी के घर जब कन्या ने जन्म लिया तो इस बात से वह खुश नहीं थे। ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि क्या प्रणव ने ही अपनी नातिन को मारा-पीटा था? घर में नानी समेत दो और लोगों की मौजूदगी के बावजूद कोई भी प्रत्युषा की मदद के लिए आगे क्यों नहीं आया? पुलिस अपनी जांच में इन सारे सवालों का जवाब ढूंढ रही है।