उत्तर 24 परगना जिले बरानगर में आलम बाजार महाभारत बालक संघ की ओर से इस वर्ष भी आयोजित कालीपूजा में पंडाल परिसर के भीतर दर्शनार्थियों को काल्पनिक भूतों का रोमांच दिखाया जाएगा। इसके लिए पंडाल परिसर में काल्पनिक भूतों की रुप में जीवंत इंसान पंडाल के भीतर लोगों को डराते देखे जाएंगे। इस बार का थीम है-खूनी हवेली।
पिछले 42 सालों से यह संस्था कालीपूजा का भव्य आयोजन करती आ रही है। पिछले कई सालों से रहस्य-रोमांच से भरपूर थीम के आधार पर कालीपूजा का आयोजन कर आयोजक लोगों को खींचने में सफल होते आ रहे हैं।
पंडाल में "जीवंत भूत-पिशाच" का प्रदर्शन एक प्रकार की कला और थीम है, जो दर्शकों को एक डरावना अनुभव और मनोरंजन के लिए बनाई जाती है। यहां ऐसा ही किया जा रहा है। इसके अलावा पंडाल के बाहरी हिस्सों को भी डरावना रुप दिया जा रहा है। ताकि लोगों को पंडाल में प्रवेश करने से पहले से ही डर का अनुभव होने लगे। यही नहीं, पंडाल के भीतर प्रवेश करने पर भयानक आवाज गूंजती सुनाई पड़ेगी, मानो, किसी हॉरर फिल्म का डरावना दृश्य चल रहा हो।
बरानगर के 7 नंबर वार्ड में आयोजित होने वाले इस हॉरर थीम पर आधारित इस पूजा पंडाल को देखने के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं। भारी भीड़ उमड़ती है। इस कालीपूजा की शुरूआत दिवंगत गीता देवी गुप्ता ने की थी, जो इसी वार्ड की पार्षद थीं। आज के दौर में उनकी बड़ी पुत्रवधू नीलू गुप्ता पार्षद हैं और नीलू गुप्ता के देवर अजय गुप्ता पूजा पंडाल और पूजा को लेकर सेवामूलक कार्य की जिम्मेदारी संभालतें आ रहे हैं। 19 अक्टूबर यानी रविवार की शाम इस हॉरर कालीपूजा पंडाल का उद्घाटन स्थानीय सांसद प्रोफेसर सौगत राय और बरानगर की विधायक सायंतिका बनर्जी करेंगी।
बरानगर पालिका के प्रशासक और उनकी टीम की उपस्थिति रहेगी। अजय गुप्ता और नीलू गुप्ता ने बताया कि उद्घाटन के दौरान ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कन्याश्री योजना से प्रेरित होकर वे गरीब कन्याओं की शिक्षा के लिए 10-10 हजार रुपये प्रदान करेंगे। इसके अलावा सिलाई मशीन और रिक्शा-वैन वितरण करेंगे। उन्हेंने बताया कि सिर्फ पूजा-पाठ से ही पुण्य नहीं मिलती है बल्कि गरीबों की भलाई ही सबसे बड़ा धर्म और पुण्य़ है। उनकी मां गीता देवी गुप्ता से उन्हें गरीबों की सेवा करने की प्रेरणा मिली है।