समाचार एई समय : ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई बार देश के अलग-अलग हिस्सों में ऐसा हो चुका है। जब भी किसी क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आयी है, उस शहर को छोड़कर दूसरे शहरों में जाने वाले लोगों की संख्या में अचानक उछाल आता है। इसी समय तेजी से फ्लाइट का किराया भी बढ़ जाता है। इस बार बागडोगरा में भी कुछ ऐसा ही हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को बागडोगरा से कोलकाता फ्लाइट का किराया करीब ₹20,000 पर पहुंच गया था। इस वजह से पर्यटकों के माथे पर पसीने की बूंदें स्पष्ट नजर आने लगी थी। बागडोगरा से कोलकाता के बीच हर दिन करीब 6 फ्लाइट आवाजाही करती हैं। इनमें से एक स्पाईस जेट (Spice Jet), दो एयर इंडिया (Air India) और इंडिगो (IndiGo) एयरलाइंस की तीन फ्लाइट शामिल है। आर्थिक रूप से सक्षम पर्यटकों ने यहीं किराया चुकाकर कोलकाता की फ्लाइट पकड़ ली।
आमतौर पर इस रूट की फ्लाइट का किराया 4 से 5 हजार के बीच होता है। लेकिन सोमवार को वहीं किराया लगभग 5 गुना बढ़ गया। सोमवार की रात को मंगलवार के लिए इस रूट पर फ्लाइट का किराया लगभग ₹11,000 से भी अधिक था।
दोस्तों के साथ दार्जिलिंग घूमने गए सॉल्टलेक निवासी अमिताभ गांगूली ने बताया कि सिलीगुड़ी पहुंचकर उन लोगों को रविवार की रात को न्यू जलपाईगुड़ी से ट्रेन पकड़नी थी। योजना थी कि रविवार की सुबह ही पहाड़ से समतल पर उतर आएंगे। लेकिन शनिवार की रात से ही हुई भारी बारिश के कारण रविवार की सुबह से पहाड़ से नीचे उतरने के सभी रास्ते बंद कर देने पड़े थे।
फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने एई समय को बताया, 'हम तो सोमवार की सुबह सिलीगुड़ी पहुंच पाए। रविवार की रात को ट्रेन छूट गयी। रास्ते में जब फ्लाइट का टिकट खरीद रहा था, उस समय किराया लगभग ₹15,000 पर पहुंच गया था। हम 4 दोस्तों थे। मात्र 1 घंटे की फ्लाइट का किराया ही ₹60,000 हो जा रहा था।'
उन्होंने आगे बताया कि आखिरकार कुछ लोगों की मदद से बस में टिकट मिली। लेकिन उसका किराया भी सामान्य से तीन गुना मांगा जा रहा है। कालिंम्पोंग के पास पेक्केलेगांव से कोलकाता के कसबा में रहने वाली पारोमीता दत्त अपनी पति के साथ रविवार की सुबह निकल पड़ी थी। लेकिन इसके बावजूद सिलीगुड़ी से सुबह 5.30 बजे की उनकी ट्रेन छूट गयी।
सुबह के समय जब उन्होंने फ्लाइट के बारे में पता किया तो किराया ₹14,000 दिखाया। हालांकि उनके पति तथागत चक्रवर्ती ने उनसे टिकट खरीद लेने के लिए कहा था लेकिन आखिरकार सोमवार की शाम को बस का टिकट मिल ही गया। आखिरकार वॉल्वो बस का टिकट उन्हें मिला जिसका किराया ₹2500 चुकाना पड़ा।
हालांकि किसी भी आपदा के समय किराए में वृद्धि को लेकर विवाद भी कम नहीं हुआ है। इस बारे में एयरलाइंस कंपनी के एक अधिकारी का इस बारे में कहा है कि किराया सामान्य नियमानुसार ही बढ़ता है। हर फ्लाइट के किराए का सॉफ्टवेयर इसी तरह से तैयार किया जाता है कि जैसे ही टिकटों की बिक्री ज्यादा होने लगती है, किराया भी बढ़ने लगता है। इसलिए विमान के आखिरी बचे कुछ सीटों का किराया बहुत ज्यादा हो जाता है।