लंबे समय तक छिपे रहने के बाद सामने आए आरोपी बीडीओ प्रशांत का दावा - 'सीसीटीवी फुटेज सही नहीं है...'

हत्याकांड में नाम आने के बाद से ही आरोपी बीडीओ अपने कार्यालय से गायब दिखाई दे रहे थे। आखिरकार कई दिनों तक छिपे रहने के बाद शुक्रवार को प्रशांत संवाददाताओं के सामने आएं।

By Moumita Bhattacharya

Nov 07, 2025 19:14 IST

पश्चिमी मिदनापुर के दांतन निवासी एक स्वर्ण व्यवसायी की हत्या के मामले में राजगंज के बीडीओ प्रशांत बर्मन बुरी तरह से फंसे हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस का दावा है कि दांतन इलाके के एक सीसीटीवी फुटेज में भी प्रशांत को देखा गया था। इस हत्याकांड में नाम आने के बाद से ही आरोपी बीडीओ अपने कार्यालय से गायब दिखाई दे रहे थे। आखिरकार कई दिनों तक छिपे रहने के बाद शुक्रवार को प्रशांत संवाददाताओं के सामने आएं।

शुक्रवार को प्रशांत चुनाव आयुक्त की बैठक में शामिल होने जलपाईगुड़ी जिला परिषद हॉल आए थे। वहां से बाहर निकलते ही मीडिया कर्मियों ने उन्हें घेर लिया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिली है, वह सही नहीं है।

प्रशांत का दावा है कि मैं दांतन क्यों जाऊंगा? पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिला है, वह सही नहीं है। अभी के समय में कौन किस तरह से वीडियो फुटेज का इस्तेमाल कर रहा है, यह कहना मुश्किल है। इसके अलावा मेरी फोटो सिर्फ आज नहीं, बल्कि कालचीनी में पदभार संभालते समय भी कई जगहों पर मौजूद है।

बता दें, मिदनापुर का एक स्वर्ण व्यापारी स्वप्न कामिला जो साल्टलेक सिटी के दत्ताबाद में गोविंद बाग नामक एक व्यक्ति की दुकान किराए पर लेकर अपना व्यवसाय चलाता था। 28 अक्टूबर को दो कारों में सवार होकर 5-6 लोग उसकी दुकान पर पहुंचे। गोविंद बाग का दावा है कि नीली बत्ती वाली एक कार में बैठे व्यक्ति ने खुद को बीडीओ प्रशांत बर्मन बताया।

आरोप है कि घटना वाले दिन स्वपन और गोविंद को एक कार में बैठाया गया। गोविंद को न्यू टाउन के पास छोड़ दिया गया। गोविंद बाग का दावा है कि स्वप्न को एक घर में ले जाया गया था। अगले दिन स्वप्न का क्षत-विक्षत शव न्यू टाउन के यात्रागाछी के पास एक झाड़ी में मिला।

हालांकि बीडीओ प्रशांत का दावा है कि मैं उस स्वर्ण व्यापारी को नहीं जानता। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग अच्छा काम कर रहे हैं हमेशा मीडिया का इस्तेमाल उनके खिलाफ ही किया जाता है। इस मामले में भी यही किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मामले की जांच में पुलिस का सहयोग करेंगे।

इस घटना के बीच राज्य में SIR का काम शुरू हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रशांत की तलाश शुरू कर दी थी क्योंकि वह बीडीओ ऑफिस में नहीं मिले। आयोग ने जलपाईगुड़ी के जिलाधिकारी के पास भी प्रशांत के बारे में पूछा था। आखिरकार आज शुक्रवार को प्रशांत आयोग की बैठक में पहुंचे। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करती है?

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