एई समय। चुनावी गणित के आधार पर उत्तर बंगाल को भाजपा का 'मजबूत गढ़' समझा जाता है। इसीलिए भगवा खेमा ने प्राकृतिक आपदाओं से तबाह उत्तर बंगाल में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। शमिक भट्टाचार्य, शुभेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार जैसे पार्टी के शीर्ष नेताओं का 'फोकस' अब उत्तर बंगाल पर है।
मंगलवार सुबह सिलीगुड़ी रवाना होने से पहले बंगालमें विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, "भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहत कार्यों में प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया है। हम पहले ही 15 हजार असहाय लोगों को राहत सामग्री वितरित कर चुके हैं। हमारी योजना और 35 हजार लोगों को राहत देने की है। हमारे सभी 8 विधायक राहत शिविर चला रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हम भाजपा सांसदों और विधायकों ने उत्तर बंगाल में प्राकृतिक आपदाओं में मारे गए लोगों की मदद करने का फैसला किया है। यह धनराशि हमारे वेतन से दी जाएगी। यह हमारा मानवीय कर्तव्य है।"
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य सोमवार की सुबह उत्तर बंगाल के लिए रवाना हुए। वहां उन्होंने स्थानीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को राहत वितरण में किसी भी तरह का राजनीतिक रंग न डालने की हिदायत दी। सूत्रों के अनुसार भाजपा के प्रदेश नेतृत्व की ओर से उत्तर बंगाल के विभिन्न संगठनात्मक जिलों को इस संबंध में निर्देश भी भेजे गए हैं।
हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल या मुख्य विपक्षी दल भाजपा ही नहीं बल्कि अन्य विपक्षी दल भी राहत कार्य में जुट गए हैं। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने उत्तर बंगाल के दुधिया में ढहे पुल समेत विभिन्न इलाकों का दौरा किया।
वहां उन्होंने कहा, "उत्तर बंगाल की स्थिति बहुत ही दयनीय है। इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। केंद्र सरकार को राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करनी चाहिए वरना इस आपदा से निपटना संभव नहीं होगा।" माकपा भी सड़क पर उतर आई है। अशोक भट्टाचार्य और जीवेश सरकार जैसे वरिष्ठ सीपीएम नेताओं ने इस दिन सिलीगुड़ी के विभिन्न इलाकों का दौरा कर पीड़ितों की मदद के लिए आम लोगों से धन इकट्ठा किया।