बालुरघाट से भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष पर हुए हमले को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। सुकांत ने सिलीगुड़ी से धमकी दी कि अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो 'भाजपा, अपने तरीके से इलाज करेगी'। केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार बुधवार को खगेन मुर्मू और शंकर घोष को देखने सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल गए थे। वहां से बाहर आने के बाद सुकांत ने कहा, 'हमलावरों ने कहा कि वे दीदी के सिपाही हैं। उन लोगों ने कहा, 'भाजपा यहां क्यों आएगी?'
इस पर सुकांत ने कहा, 'क्यों क्या यह पाकिस्तान है, अपने पिता की जायदाद समझ ली है?' फिर सुकांत ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिनका नाम पता चला है और जिनकी तस्वीरें देखी गयी हैं, पुलिस अगर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो भाजपा उनके साथ अपने हिसाब से इलाज करेगी।
सोमवार को मालदा उत्तर के सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष बाढ़ प्रभावित नागराकाटा इलाके में राहत सामग्री बांटने गए थे। वहीं उन पर हमला हुआ। उपद्रवियों ने ईंटों और लाठियों से हमला किया। घटना को तीन दिन हो गए हैं और पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
सोमवार की घटना का ब्यौरा देते हुए शंकर घोष ने सुकांत से कहा, "हमने सोचा भी नहीं था कि इस तरह का हमला होगा। हमले से कुछ देर पहले ही लोग आए थे और तस्वीरें खींच रहे थे। इसी बीच अचानक कुछ लोग कहने लगे, 'कार्निवल में नाच हो रहा था। आपने ऐसा क्यों कहा? आप कौन हो?'। एक ग्रुप ने कुछ लोगों से यह हमला कराया है। वे खुद को दीदी का सिपाही बता रहे थे।"
भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि इस घटना की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करानी चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस मामले की जांच कर रहे हैं। वे कलकत्ता उच्च न्यायालय की अवकाश कालीन पीठ में भी जा रहे हैं। अनुसूचित जनजाति आयोग भी इस मामले की जांच कर रहा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने भी चेतावनी दी है कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, चाहे वे नरक में ही क्यों न गए होंउन्हें कानूनी रास्ते से बाहर निकाला जाएगा। हालांकि मुख्यमंत्री मंगलवार को खगेन मुर्मू को देखने अस्पताल गईं थीं। ममता ने बताया कि सांसद फिलहाल स्वस्थ हैं। उनके कान के नीचे चोट लगी है। उन्हें डायबिटिज है।
हालांकि मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया पर कटाक्ष करते हुए सुकांत ने कहा कि डायंबिटिजआजकल हर किसी को होती है लेकिन खगेन मुर्मू की फेसियल बोन टूट गई है। इसे ठीक होने में कम से कम 6 हफ्ते लगेंगे। वह एक महीने तक बोल नहीं पाएगे। तृणमूल ने भी इस तरह के खूनी हमले की निंदा की है। तृणमूल का कहना है कि आम लोगों के आक्रोश के कारण यह घटना घटी है। तृणमूल का इससे कोई लेना-देना नहीं है।