उत्तर बंगाल में प्राकृतिक आपदा के दौरान जिन लोगों ने राहत व बचाव-कार्य किया है, राज्य सरकार उन्हें पुरस्कृत करने वाली है। रविवार को उत्तर बंगाल जाने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में ही उक्त घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने अगले 5 दिनों के अपने कार्यक्रमों का पूरा ब्यौरा साझा किया है।
रविवार को अलीपुरदुआर के हासिमारा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रिव्यू बैठक करेंगे। सोमवार को नागराकाटा होकर रात को उत्तरकन्या में वापस लौटेंगी। इसके अगले दिन वह मीरिक जाएंगी। मीरिक से वह दार्जिलिंग जाएंगी। वहां दार्जिलिंग व कालिम्पोंग को लेकर वह रिव्यू बैठक करेंगी। इसके बाद वह वापस उत्तरकन्या लौट आएंगी। वहां से शुक्रवार को वह कोलकाता लौटेंगी। इसी दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में 5 कालीपूजा का उद्घाटन करेंगी।
गत शनिवार (4 अक्तूबर) की रात को उत्तर बंगाल में हुई लगातार बारिश के बाद भूस्खलन और बाढ़ आयी थी। पहाड़ से लेकर डुअर्स तक, इस बाढ़ के बाद हर जगह भयंकर स्थिति बन गयी थी। बताया जाता है कि इस आपदा में करीब 30 लोगों की मौत हो गयी थी। वन्य जीवों की जान पर भी संकट आ गया था।
6 अक्तूबर की सुबह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल रवाना हुई थी। वहां पहुंचकर उन्होंने सभी राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया था। मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को होमगार्ड की नौकरी देने की घोषणा भी उन्होंने उसी दिन कर दी थी।
अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि उत्तर बंगाल की आपदा के दौरान जिन लोगों ने अच्छा काम किया है, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। सीविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मी से लेकर स्थानीय निवासियों तक, हर कोई पुरस्कार पाने का हकदार है। इस आपदा में जिन लोगों के दस्तावेज नष्ट हो गए हैं या खो गए हैं, उन्हें सरकार की तरफ से डुप्लीकेट कार्ड जारी किया जाएगा।
वर्तमान में तीनधारिया से होकर दार्जिलिंग जाने का रास्ता खुला हुआ है। पंखाबारिया वाला रास्ता भी खुला हुआ है। ममता बनर्जी का कहना है कि रोहिणी में भी भूस्खलन हुआ था। वहां काम चल रहा है। उम्मीद कर रही हूं कि अगले 5-6 दिनों के अंदर काम खत्म हो जाएगा। मीरिक में अस्थायी ब्रिज का निर्माण अगले 7-8 दिनों के अंदर कर लिया जाएगा। उसके बगल में ही पक्के ब्रिज का निर्माण भी किया जा रहा है।