उत्तर बंगाल में राहत शिविरों का दौरा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ितों को सहायता का आश्वासन दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राजनीति भूलकर पीड़ितों की मदद करने का संदेश दिया। इस दिन उत्तर बंगाल से उन्होंने कहा, 'स्थानीय सांसद, विधायक यहां जो भी हैं... राजनीति भूल जाइए। कौन किस राजनीतिक दल से है यह भूल जाइए। हमें पीड़ितों की मदद करनी है।' इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि'किसी के बहकावे में न आएं।उत्तेजना फैले ऐसा कुछ नहीं करना है। ऐसी कोई घटना नहीं होनी चाहिए जो अवांछनीय हो। किसी को भी चोट नहीं पहुंचनी चाहिए... जो हुआ, मैं नहीं चाहती थी कि कानून-व्यवस्था बिगड़े।'
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया:
इस दिन भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और भाजपा विधायक शंकर घोष नागराकाटा में बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण करने गए थे। वहां उन पर हमला हुआ। शंकर घोष को धक्का दिया गया, उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। हमले में खगेन मुर्मू को गंभीर चोटें आईं, उनके नाक और मुंह से खून बह रहा था। जो वीडियो सामने आया है उसमें भाजपा सांसद खून से लथपथ गाड़ी में बैठे दिखाई दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना की कड़ी निंदा की। इसके साथ उनका संदेश था, 'अगर 30-40 गाड़ियां बाढ़ प्रभावित इलाके में ले जाई जाती हैं तो इससे आम लोग दुखी होते हैं। उन्हें खाने और रहने की जगह की जरूरत है। मैं राजनीति करने नहीं आई हूं। इसलिए मैं उस इलाके में नहीं जाऊँगी। मैंने डीजी को भेजा है, वह नदी पार कर गए हैं। मैं नहीं चाहती कि वहां कोई समस्या हो। शांत रहें, संयम से रहें। आपदा के समय में सभी को मिलकर संकट का सामना करना पड़ता है।'
उन्होंने डीएम-एसपी को निर्देश दिया है कि भारी बाढ़ और भूस्खलन में जिन लोगों के घर नष्ट हुए हैं वे उनकी सूची तैयार करें और स्थानीय बीडीओ व स्थानीय प्रशासन से बात करके मुख्य सचिव को भेजें। मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा है कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद सभी सर्वेक्षण किए जाएंगे और पीड़ितों की मदद की जाएगी।
उन्होंने अचानक आई बाढ़ और भारी बारिश के पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार का एनडीआरएफ के साथ समझौता है। जब भी कोई समस्या आती है वह संस्था काम करना शुरू कर देती है। बंगाल सरकार इसके लिए जो भी आवश्यक होता है वह प्रदान करती है। राज्य में एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और कई अन्य संस्थाएं भी हैं जो ऐसी आपदाओं में काम करती हैं। ममता ने साफ कहा कि जब लोग मुसीबत में फंसे हों तो हमेंइसका श्रेय लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।'