विपक्षी पार्टी के साथ चुनावी मैदान में तो घमासान जारी ही रहेगा, लेकिन अब लड़ाई होगी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी। विधानसभा चुनाव के बीच तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने एक बड़ी घोषणा कर डाली है। उन्होंने 'मैं हूं बंगाल का डिजिटल योद्धा' अभियान की शुरुआत की है। इसका लक्ष्य राज्य के युवाओं की आवाज को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बुलंद करना है। इसके साथ ही बंगाल विरोधियों के खिलाफ आवाज उठाना और तर्क, जानकारी और आंकड़ों के बल पर बंगाल की गरिमा की रक्षा करना है।
गुरुवार से उन्होंने इस पहल की शुरुआत की। अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक वीडियो संदेश पोस्ट कर अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'यह एक ऐसी सेना है जिसका नेतृत्व ऐसे लोग करते हैं जो नई रचना में विश्वास रखते हैं। सपने देखना पसंद करते हैं। जिनकी मातृभूमि बंगाल है, जो बंगाल की संस्कृति की रक्षा के लिए हमेशा लड़ने को तैयार रहते हैं।'
उन्होंने कहा कि 'बंगाली विरोधी', 'बाहरी, 'ज़मींदार' बंगाल का अपमान कर रहे हैं। बंगाल की छवि खराब करने के लिए बंगाल के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है। ये डिजिटल योद्धा उन बंगाल विरोधियों से लड़ेंगे जो बंगाल में न रहते, बांग्ला भाषा नहीं बोल सकते, बांग्ला भाषा नहीं पढ़ सकते, फिर भी बंगाली के बारे में झूठा प्रचार कर रहे हैं।
अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें अब ज्यादा समय नहीं बचा है। सभी राजनीतिक पार्टियां इसी चुनाव को ध्यान में रखकर अपनी रणनीतियां बना रही हैं। अब डिजिटल जमाने में सत्तारुढ़ पार्टी भी सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय होने की कोशिश कर रही है। प्रचार से लेकर आलोचना तक, भाजपा हर मोर्चे पर इसी डिजिटल हथियार का इस्तेमाल करती है। तृणमूल भी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है। लेकिन इस बार वे पूरे अभियान का ऐलान करके मैदान में उतरने वाली है और इस अभियान की ताकत बनेंगे युवा ब्रिगेड।
इस अभियान के लिए एक नया वेबसाइट लॉन्च किया गया है, abdigitaljoddha.com। जो लोग बंगाल का डिजिटल योद्धा बनना चाहते हैं, उन्हें दिए गए लिंक पर क्लिक कर अपना नाम, जन्मतिथि, फोन नंबर, जिले का नाम और विधानसभा क्षेत्र बताकर बंगाल के डिजिटल योद्धा के रूप में पंजीकरण कराना होगा।
इस अभियान के उद्देश्य के बारे में बताते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'कई लोग जानबूझकर झूठ बोल रहे हैं, बदनामी फैला रहे हैं और बंगाल के नाम पर दुष्प्रचार कर रहे हैं। बंगाल के सम्मान को धूमिल करने की बार-बार कोशिश की जा रही है। आज की लड़ाई मोबाइल फोन और सोशल मीडिया पर है। हमें सच्चाई का संदेश देते हुए लड़ना होगा। हमें सूचना, तर्क, आंकड़ों और बंगाल के गौरव का समर्थन करके लड़ना होगा।'
अभिषेक बनर्जी ने आह्वान करते हुए कहा कि जो लोग बंगाल की गरिमा की रक्षा में विश्वास रखते हैं, उन्हें इस वाहिनी में जरूर शामिल होना चाहिए और थोड़ा-थोड़ा करके इसे मजबूत बनाना चाहिए।