भारत-बांग्लादेश सीमा को लेकर राणाघाट के भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार के विवादित बयान को लेकर हर तरफ हंगामा मच गया है। सांसद ने कहा, '2026 में भाजपा अगर सत्ता में आती है तो भारत और बांग्लादेश के बीच कांटातार की सीमा को खोल दिया जाएगा।' शनिवार को उनके दिए इस बयान पर तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अपनी तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अपने आधिकारिक X हैंडल पर अभिषेक बनर्जी ने लिखा है, 'यह राष्ट्रवाद नहीं बल्कि प्रताड़ना है।' लेकिन जगन्नाथ सरकार के बयान को लेकर भाजपा ने अभी तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इस चुप्पी को लेकर भी अभिषेक बनर्जी ने कटाक्ष किया है। उन्होंने लिखा है कि भाजपा नेताओं का दिखावा अलग ही स्तर पर पहुंच चुका है। इसके साथ उन्होंने जगन्नाथ सरकार को अविलंब भाजपा से बहिष्कृत करने की मांग भी की है।
शुक्रवार को नदिया के कृष्णगंज के मटियारी में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार पहुंचे थे। वहीं पर उन्होंने कांटा तार की सीमा को खोल देने का बयान दिया था जिससे विवाद की शुरुआत हुई। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कहा था, 'बंगाल पहले भी एक था, फिर से एक हो जाएगा।' इस बात को लेकर राजनीतिक गलियारों में हंगामा मचा हुआ है। लेकिन इस बयान के लगभग 24 घंटे बीत जाने के बावजूद भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। जो चर्चा में छाया हुआ है।
अपने X हैंडल पर अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाते हुए लिखा, 'भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी एक अलग ही स्तर पर पहुंच चुकी है। राणाघाट के भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने घोषणा कर दी कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो भारत-बांग्लादेश - दोनों देश एक हो जाएंगे। कोई सीमा नहीं रहेगी। अगर सच में भाजपा देश की एकता और सार्वभौमिकता में विश्वास करती है तो मैं भाजपा के राष्ट्रीय सचिव जेपी नड्डा से कहुंगा कि इस सांसद को अविलंब बर्खास्त करें। आपलोगों की चुप्पी समझा दे रही है कि उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं की सम्मति से ही यह बयान दिया है।'
भाजपा बार-बार आरोप लगाती है कि राज्य सरकार ने बीएसएफ को जमीन उपलब्ध नहीं करवायी है। इस बारे में अभिषेक बनर्जी ने कहा कि भाजपा सरकार के मंत्री ही पश्चिम बंगाल की सरकार पर बार-बार यह आरोप लगाती है कि सीमा की रक्षा के लिए जमीन नहीं दी गयी है। उनमें गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। बनर्जी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह राष्ट्रवाद नहीं बल्कि प्रताड़ना है। बंगाल में SIR की शुरुआत हो चुकी है। BLO को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस मामले में सांसद ने कहा, 'SIR के नाम पर पश्चिम बंगाल के लोगों को ठगने और अपमानित करना ही भाजपा की राजनीति हो गयी है। गुंडागर्दी और विश्वासघात एक खतरनाक मिश्रण बन गया था।'
भाजपा पर निशाना साधने हुए उन्होंने कहा कि खुद क्या बोल रहे हैं, वह भी देखिए। उसके बाद ही कोई फैसला लीजिए कि बंगाल को वास्तव में कौन बेवकूफ बना रहा है।