भारी मात्रा में जलवाष्प इकट्ठा कर चक्रवाती तूफान 'मान्था' लगातार तट की तरफ बढ़ रहा है। सोमवार की रात को आंध्र प्रदेश के कांकीनाड़ा से 'मान्था' लगभग 430 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था। मंगलवार की सुबह 7 बजे मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय समय सुबह 5.30 बजे 'मान्था' एक गंभीर चक्रवात में बदल गया है। मंगलवार की सुबह 'मान्था' कांकीनाड़ा से करीब 315 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है।
वहीं मछलीपत्तनम से 'मान्था' 245 किलोमीटर और विशाखापत्तनम से करीब 385 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 6 घंटों के दौरान 'मान्था' की गति में बड़ा परिवर्तन आया है। चक्रवाती तूफान की गति 18 किलोमीटर प्रतिघंटा से घटकर 15 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गयी है। इसके साथ ही चक्रवाती तूफान ने समुद्र से भारी मात्रा में जलवाष्प इकट्ठा किया है। बताया जाता है कि 'मान्था' के आगे बढ़ने की दिशा में कोई खास परिवर्तन होने की संभावना कम है।
कहां होगा लैंडफॉल?
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 'मान्था' का लैंडफॉल आंध्र प्रदेश के मछलीपत्तनम और कलिंगपत्तनम तटवर्तीय क्षेत्रों के बीच किसी जगह पर होने की संभावना है।
क्या पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा असर?
चक्रवाती तूफान 'मान्था' के प्रभाव से आज, मंगलवार को समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरे उठने की संभावना है। इसके साथ ही 30 अक्तूबर की शाम तक पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में मछुआरों को समुद्र में जाने पर पाबंदी लगायी गयी है।
बताया जाता है कि 'मान्था' के प्रभाव से दक्षिण बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका जतायी गयी है। 28 से 31 अक्तूबर तक कोलकाता, दोनों 24 परगना, दोनों मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, वीरभूम, मुर्शिदाबाद आदि जिलों में कहीं-कहीं गरज के साथ भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं बह सकती हैं।
शुक्रवार की शाम के बाद से कोलकाता व दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में मौसम साफ होना शुरू हो सकता है। हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार दक्षिण बंगाल की हवाओं से जलवाष्प पूरी तरह से खत्म होने में अभी कुछ दिनों का वक्त लगेगा। बताया जाता है कि मौसम से जलवाष्प के कम होने पर फिर से सर्दियों का गुलाबी अहसास वापस लौटेगा।
उत्तर बंगाल का कैसा रहेगा मौसम?
मिली जानकारी के अनुसार 'मान्था' के प्रभाव से उत्तर बंगाल में एक बार फिर भारी से अतिभारी बारिश होने की आशंका जतायी गयी है। 29 से 31 अक्तूबर तक उत्तर बंगाल के सभी जिलों में वज्रपात के साथ बारिश होने और 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं बहने की आशंका मौसम विभाग ने जतायी है।
30 अक्तूबर को मालदह, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी आदि जिलों में भारी से अतिभारी बारिश होने की आशंका है। 31 अक्तूबर को दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, अलीपुरदुआर, कुचबिहार, जलपाईगुड़ी में अतिभारी बारिश हो सकती है।