स्वर्ण व्यवसायी की हत्या के मामले में बुरे फंसे BDO साहब! जांच अधिकारियों के हाथ सबूत लगने का दावा

सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने पर पुलिस को पता चला कि प्रशांत के साथ कुछ अन्य लोग 28 अक्टूबर को न्यू टाउन स्थित उस घर में घुसे थे। इमारत के सामने कई बिना नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिलें भी खड़ी दिखाई दे रही थी।

By Moumita Bhattacharya

Nov 07, 2025 10:23 IST

साल्टलेक के दत्ताबाद निवासी स्वर्ण व्यवसायी स्वप्न कामिला (48) की हत्या के मामले ने जलपाईगुड़ी के राजगंज के बीडीओ प्रशांत बर्मन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दावा किया जा रहा है कि व्यवसायी के अपहरण और हत्या का मामला दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर ही जांचकर्ताओं को आरोपियों के खिलाफ और सबूत मिल गए हैं। आरोप है कि स्वप्न का अपहरण कार में करने के बाद न्यू टाउन एक्शन एरिया वन के एबी ब्लॉक स्थित एक 5 मंजिला मकान में रखा गया था।

करीब 30 मिनट बाद बीडीओ वहां पहुंचे। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने पर पुलिस को पता चला कि प्रशांत के साथ कुछ अन्य लोग 28 अक्टूबर को न्यू टाउन स्थित उस घर में घुसे थे। इमारत के सामने कई बिना नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिलें भी खड़ी दिखाई दे रही थी। बताया जाता है कि स्वर्ण व्यापारी स्वप्न पैदल ही इमारत में घुसा था। लेकिन जब वह बाहर निकल रहा था तब चार-पांच लोगों ने उसे पकड़ लिया और बाहर ले गए। जांच में पता चला कि इमारत का मालिक राजगंज का बीडीओ प्रशांत बर्मन है। इस आलीशान घर की कीमत कम से कम ₹10 करोड़ बतायी जाती है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर यह संपत्ति उसके पास कैसे आई?

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या से पहले प्रशांत दत्ताबाद आया था। वह उत्तर बंगाल से कार लेकर 800 किलोमीटर दूर पश्चिम मेदिनीपुर के दांतन निवासी स्वप्न के घर भी गया था। वहां उसे धमकाते हुए उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था (समाचार एई समय ने वीडियो की सत्यता की जांच नहीं की है)।

इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने पुलिस पर भरोसा करने के बजाय क्यों खुद ही जांच शुरू कर दी? सूत्रों का दावा है कि घटना के लगभग एक सप्ताह बाद भी विधाननगर दक्षिण थाना पुलिस ने बीडीओ से पूछताछ शुरू नहीं की है। मृतक के परिवार में इस बात को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है। हालांकि आरोपी बीडीओ ने गुरुवार को दावा करते हुए कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मेरा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है।

पुलिस को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट से पता चला है कि स्वप्न को किसी भारी वस्तु और धारदार हथियार से मारा गया था। उसी दिन एक वीडियो वायरल हुआ है (समाचार एई समय ने वीडिया की सत्यता की जांच नहीं की है)। इसमें अशोक कर नाम का एक व्यक्ति यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि उसने जून में प्रशांत के घर से सोना चुराया था।

अशोक का दावा है कि 28 अक्टूबर की दोपहर को स्वपन और मुझे न्यू टाउन वाले फ्लैट पर एक साथ पीटा गया था। बीडीओ ने खुद भी हमें थप्पड़ मारे थे। उनके ड्राइवर, सुरक्षा गार्ड और तीन-चार अन्य लोगों ने हम दोनों को बेल्ट और डंडों से पीटा। जब मैंने चोरी की बात कबूल कर ली तो उन्होंने मुझे छोड़ दिया, लेकिन स्वप्न को नहीं छोड़ा।"

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