आधिकारिक तौर पर SIR की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। उसी दिन तृणमूल कांग्रेस सड़क पर उतरने वाली है। तृणमूल सुप्रिमो ममता बनर्जी और तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पैदल मार्च करेंगे। जिस दिन BLO घर-घर जाकर एन्यूमिरेशन फॉर्म भरने की प्रक्रिया को शुरू करेंगे, उसी दिन SIR के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।
मिली जानकारी के अनुसार 4 नवंबर, मंगलवार को दोपहर डेढ़ बजे रेड रोड पर बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के सामने यह मार्च शुरू होगा। बताया जाता है कि जोड़ासांको तक यह पैदल मार्च होने वाला है। गत 27 अक्तूबर को मुख्य चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में SIR शुरू होने की तारीखों की घोषणा की है। यह SIR का दूसरा चरण होने वाला है और जिन राज्यों में दूसरे चरण में SIR होगा उनमें शामिल है - अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश। फिलहाल BLO का प्रशिक्षण चल रहा है।
मंगलवार, 4 नवंबर से BLO घर-घर जाकर एन्यूमिरेशन फॉर्म भरने का काम शुरू करने वाले हैं। इस चरण को ही सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रत्येक मतदाता को यह फॉर्म भरना पड़ेगा। अगर किसी मतदाता का नाम साल 2002 की SIR लिस्ट में नाम नहीं होता है, तो चुनाव आयोग द्वारा बताए गए 11 दस्तावेजों में से एक देना अनिवार्य है। इसके आधार पर ही वोटर लिस्ट का मसौदा तैयार किया जाएगा, जिसके बाद फाइनल वोटर लिस्ट जारी होगी।
अगर किसी मतदाता का नाम फाइनल वोटर लिस्ट में नहीं होता है, तो उसे वोट देने का अधिकार नहीं होगा। तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पहले ही अपना वक्तव्य स्पष्ट करते हुए कह दिया है कि एक भी योग्य अथवा वैध मतदाता का नाम नहीं कटना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो विरोध की आग दिल्ली तक पहुंचेगी।
बार-बार SIR को लेकर तृणमूल की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि SIR वास्तव में पीछे के दरवाजे से NRC को लागू करने का भाजपा का षड्यंत्र है। शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के विभिन्न स्तरों के लगभग 18 हजार नेताओं के साथ अभिषेक बनर्जी ने वर्चुअल बैठक की। यहां भी उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि एक भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से न कट जाए, BLO को इस तरफ ध्यान देना होगा। उन्हें मैनमार्किंग करनी होगी।
इसके साथ ही राज्य के हर इलाके में पार्टी का 'हेल्प डेस्क' और प्रत्येक विधानसभा केंद्र में 'वार रुम' बनाने का निर्देश दिया है। यहां नियमित रूप से पार्टी के सांसद और विधायकों को मौजूद रहना होगा। अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट रूप से संदेश दिया है कि अगले 2 महीने तक सब कुछ छोड़कर पार्टी के नेता व कर्मचारियों को आम लोगों के साथ खड़ा होना होगा। एक भी वैध वोटर का नाम वोटर लिस्ट से न कट जाए, इसका ध्यान रखना होगा।
पार्टी के नेताओं का मानना है कि मंगलवार को होने वाली तृणमूल की मेगा रैली से एक बार फिर से जरूर यहीं संदेश दोहराया जाएगा।