विधानसभा में विरोधी पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पाकिस्तान से फोन पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। दिल्ली में भयावह विस्फोट और उसके बाद आतंकी हमले की साजिशों का पर्दाफाश होने के बाद शुभेंदु द्वारा किए जा रहे इस दावे को काफी संजीदगी से ली जा रही है। गुरुवार को उत्तर बंगाल के लिए फ्लाइट में चढ़ने से पहले कोलकाता एयरपोर्ट के बाहर खड़े होकर शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया, 'दो दिन पहले भी मुझे पाकिस्तान से धमकी भरा फोन कॉल मिला था।'
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हाल ही में शुभेंदु अधिकारी के पास एक ह्वाट्स ऐप कॉल आया, जिसे दूसरे एक फोन से रिकॉर्ड किया गया था। उसमें टूटी-फूटी हिंदी में किसी पुरुष की आवाज सुनाई दे रही थी, 'मैं पाकिस्तान से बोल रहा हूं। थोड़ा संभल कर रहिएगा। वरना उड़ा दिए जाएंगे। भारत में अभी कई लोग उड़ गए न...उड़ जाएंगे।
थोड़ा संभल कर रहे। किसी एक दिन बुलाउंगा, उसके बाद फिर वापस नहीं लौट सकेंगे।' हालांकि प्राथमिक तौर पर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह कॉल पाकिस्तान से नहीं आया था। शुभेंदु अधिकारी ने इस मामले में कहा, 'इस बात को जहां बतानी थी, वहां बता चुका हूं।'
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए कहा, 'यह राज्य आतंकवादियों के लिए सबसे सुरक्षित जगह है। यहां कोई हमला नहीं होता है। क्योंकि यह चरमपंथी शक्तियों को लगता है कि यह उनके लिए सबसे अधिक सुरक्षित जगह है।' उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां ममता बनर्जी हैं, इसलिए यह उनके लिए एक सुरक्षित जगह है। और हमें धमकी भरा कॉल मिलता है। उनका दावा है कि मुझे 2 दिनों पहले भी पाकिस्तान से धमकी भरा कॉल मिला था। बांग्लादेश से तो रोज ही मिलता है। लेकिन तृणमूल इस घटना को अधिक महत्व नहीं देना चाहती है। उनको लगता है कि अपनी केंद्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए ही विरोधी पार्टी के नेता ने यह अफवाह फैलायी है।
तृणमूल के प्रदेश सह-अध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार का कहना है, 'यह झूठी बात है। खबरों की सूर्खियों में बने रहने के लिए झूठी कोशिश है। केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के सदस्य के तौर पर उनको आतंकवादियों के संबंध में भारत सरकार को जानकारी देकर मदद करनी चाहिए थी। उन्होंने ऐसा कुछ भी किया है, यह सुना नहीं है। असल में यह पूरी बात ही कोरी कल्पना है। अमित शाह की दी हुई सुरक्षा बनी रहे, इसलिए वह ऐसे आरोप लगा रहे हैं।'