कोलकाता और आसपास के नगरपालिका क्षेत्रों में सड़कों पर गाड़ियों की संख्या के साथ-साथ पैदल चलने वाले लोगों की संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यातायात के घनत्व और पैदल यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (KMDA) ने कई जगहों पर फुटओवर ब्रिज और सबवे बनाने की योजना बनायी है। इस बाबत KMDA की ओर से पत्र भेजकर विभिन्न नगरपालिकाओं से पूछा जा रहा है कि कहां फुट ओवरब्रिज और सबवे बनाने की जरूरत है?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी नगर पालिकाओं को अति व्यस्त चौराहों, रेलवे स्टेशनों, स्कूलों, कॉलेजों या अस्पतालों से सटे इलाकों की सूची भेजने को कहा गया है। इस सूची में उन सभी जगहों को शामिल करने के लिए कहा गया जहां से होकर हर दिन बड़ी संख्या में पैदल यात्री सड़क पार करते हैं। KMDA का मानना है कि अगर उन जगहों पर फुटब्रिज या अंडरपास बन जाएं, तो दुर्घटना की संभावनाएं भी कम हो जाएंगी और ट्रैफिक जाम भी कम होगा।
कौन-कौन सी नगरपालिका को भेजा गया पत्र?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार KMDA ने जिन नगरपालिकाओं को पत्र भेजकर फुट ओवरब्रिज और सबवे बनाने के लिए जगहों की सूची मांगी है उनमें शामिल हैं - कोलकाता, दमदम, उत्तरी दमदम, बराहनगर, विधाननगर, कमरहाटी और हावड़ा। मीडिया से बात करते हुए KMDA के एक अधिकारी ने बताया कि कई जगहों पर ट्रैफिक सिग्नल न मानने की वजह पैदल लोगों की भीड़ का दबाव बताया जाता है।
इस बात से इनकार नहीं किया जा रहा है कि पैदल चलने वाले लोगों का दबाव होता है। लेकिन ट्रैफिक सिग्नल का पालन न करने से दुर्घटनाओं का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। अगर इन जगहों पर सबवे या फुट ओवरब्रिज हो तो पैदल चलने वाले लोग आसानी और सुरक्षित तरीके से सड़क पार कर सकेंगे और गाड़ियां भी सिग्नल का पालन कर सकेंगी।
कोलकाता में भी कई जगहों जैसे एक्साइड मोड़, सियालदह, उल्टाडांगा आदि में कई फुटब्रिज और सबवे मौजूद हैं। लेकिन जनता की हमेशा शिकायत होती है कि ये ब्रिज या तो जर्जर स्थिति में हैं या फिर गंदे रहते हैं। इसलिए पैदल यात्री इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहते। KMDA ने इस बारे में कहा है कि नए ओवर ब्रिज या सबवे का निर्माण होने के साथ-साथ पुरानों के रखरखाव पर भी जोर दिया जाएगा।
विधाननगर नगर पालिका के नगर नियोजन विभाग के पूर्व प्रमुख अरुणाभ बसु चौधरी का कहना है कि इन्हें साफ-सुथरा, रोशनी की अच्छी व्यवस्था और सुरक्षित रखना जरूरी है। वरना आम लोग इनका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित नहीं होंगे। KMDA सूत्रों के अनुसार फुटब्रिज और सबवे का प्रस्ताव मिलने के बाद एक सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके बाद प्रारंभिक डिजाइन तैयार करके नगर निगम कार्यालय को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। अनुमोदन मिलने के बाद ही सबवे और फुटब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।