पिछले कुछ सालों से दिवाली और काली पूजा के दौरान तेज आवाजों वाले पटाखे फोड़ने पर पाबंदी लगी हुई है। इस बार भी यह पाबंदी बरकरार है। पुलिस और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सभी ने पटाखे फोड़ने का समय निर्धारित कर दिया है। शाम होते ही दिवाली की जगमगाहट और मां काली की आराधना में पूरा महानगर जुट जाएगा।
इस दौरान निश्चित रूप से पटाखे भी फोड़े जाएंगे। हालांकि पुलिस की ओर से पटाखों को लेकर कड़ी निगरानी जरूर की जाएगी, लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जो मौके पर फायदा उठाकर तेज आवाजों वाले पटाखे फोड़ने से बाज नहीं आएंगे। अगर आपने भी कुछ ऐसा ही प्लान बनाया है तो जरा संभल जाएं...!
अगर नियमों का उचित ढंग से पालन नहीं किया गया तो आपकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दिवाली की शाम को यानी सोमवार को रात 8 से 10 बजे तक, 2 घंटा ही फटाखे फोड़े जा सकेंगे। इस निर्धारित समय से पहले या बाद में पटाखे नहीं फोड़े जा सकते हैं। इन दोनों घंटों के दौरान सिर्फ ग्रीन पटाखे ही फोड़े जा सकेंगे।
इस बात की विशेष निगरानी पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से की जा रही है, जिसके लिए कंट्रोल रुम भी खोला गया है। 19 अक्तूबर से ही यह कंट्रोल रुम खोली जा चुकी है। कंट्रोल रुम 21 अक्तूबर तक खुली रहेगी। इसके साथ ही कंट्रोल रुम का नंबर भी जारी किया गया है जहां आप शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
कंट्रोल रुम का नंबर - (033) 2202 3057
टोल फ्री नंबर - 1800 345 3390