राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने रविवार को भाजपा को आड़े हाथों लिया। अपने आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट कर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बंगाल) पर राज्य की शिक्षा व्यवस्था और सरकारी संस्थानों पर 'दुर्भावना से झूठ' बोलने का आरोप लगाया। भाजपा की बंगाल यूनिट के X हैंडल से किए गए एक पोस्ट पर पलटवार करते हुए उन्होंने लिखा कि भाजपा अपनी ही बात को काट रही है।
तृणमूल नेता व पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'भाजपा की बंगाल यूनिट एक बार फिर से दुर्भावना के साथ झूठ फैला रही है। इस बार वह अपनी बात को ही काट रहे हैं। मकाउट (MAKAUT) भाजपा के अपने आचार्य द्वारा अधिकृत उपाचार्य के अधीन है! आशुतोष कॉलेज का मामला भी तथ्यात्मक नहीं है - यह एक साइबर स्कैम का मामला था जिसे बंगाल पुलिस ने नाकाम कर दिया था।'
बसु ने भाजपा के उन आरोपों को भी नकार दिया जिसमें शिक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नौकरियां गंवाने का दावा किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में नियुक्ति की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की जा रही है। उन्होंने लिखा, 'जहां तक सवाल नौकरियां गंवाने की है, तो पश्चिम बंगाल सेंट्रल स्कूल सर्विस कमिशन ने हाल ही में उस परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया है, जिसकी परीक्षाएं बिना किसी परेशानी और पारदर्शिता के साथ ली गयी थी।'
उन्होंने भाजपा शासित राज्यों की ओर सबका ध्यान खिंचते हुए कहा कि उन राज्यों की ओर देखें जहां आपकी सरकार है - उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की नौकरी में भ्रष्टाचार, गुजरात के मंत्री का बेटा ₹71 लाख मनरेगा की नौकरी के भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार...। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'क्या आपके घर में आईना नहीं है?'
गौरतलब है कि ब्रात्य बसु ने भाजपा की बंगाल यूनिट के उन आरोपों का खंडन करते हुए जवाब दिया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि तृणमूल की सरकार में कई घोटाले हुए जिसमें मौलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (MAKAUT) में ₹837 करोड़ का घोटाला, SSC घोटालों की वजह से 25000 से ज्यादा लोगों की नौकरियां जाना, MBBS काउंसिलिंग के लिए फर्जी EWS सर्टिफिकेट और निजी स्कूलों व कॉलेजों में दाखिले में अनियमितता आदि शामिल है।