जब तक पूरे राज्य के हर व्यक्ति का एन्यूमरेशन फॉर्म नहीं भर जाता है, तब तक राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी भी फॉर्म नहीं भरेंगी। इस बात की घोषणा उन्होंने खुद ही एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए की है। राज्य भर में SIR की शुरुआत हो चुकी है। BLO घर-घर जाकर फॉर्म वितरित करने का काम कर रहे हैं।
राज्य के प्रत्येक मतदाता को फॉर्म भरना प़़ड़ेगा क्योंकि चुनाव आयोग की नजरों में हर मतदाता एक समान है। सभी के लिए नियम भी एक ही समान हैं। फॉर्म भरने वाले लोगों का नाम ही फाइनल वोटर लिस्ट में शामिल किया जाएगा।
गुरुवार को अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा, 'जब तक राज्य का प्रत्येक व्यक्ति फॉर्म नहीं भर लेता है, मैंने न तो अपना फॉर्म भरा है और न ही भरूंगी।' कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अपने निवास स्थान से बाहर आकर मुख्यमंत्री ने खुद BLO के पास से एन्यूमरेशन फॉर्म लिया था। इस बात को उन्होंने गलत बताया। उन्होंने लिखा है कि कल (बुधवार) को BLO मेरे मुहल्ले में अपना काम करने आए थे। अपने काम के सिलसिले में मेरे रेसिडेंस ऑफिस में वे आए थे। कितने वोटर हैं, इस बारे में पूछा और फॉर्म देकर गए।
बता दें, 4 नवंबर से घर-घर जाकर BLO ने एन्यूमरेशन फॉर्म वितरित करने का काम शुरू किया है। उसी दिन SIR को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने रैली की, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बार-बार यह मांग की गयी है कि किसी भी वैध मतदाता का नाम किसी भी कीमत पर मतदाता लिस्ट से नहीं कटना चाहिए। वरना इसका विरोध दिल्ली तक होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि पहले बंगाल का प्रत्येक मतदाता फॉर्म भरेगा, उसके बाद ही वह SIR का फॉर्म भरेंगी। उससे पहले नहीं।