पासपोर्ट से ड्राइविंग लाइसेंस तक, फर्जी दस्तावेज़ बनाने की अफगानों की पकड़ी गयी चाल

By सोमनाथ मंडल, Posted by: लखन भारती.

Nov 23, 2025 14:50 IST

राज्य में SIR को लेकर नकली दस्तावेज़ गिरोह के 6 अफगानी नागरिक पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। कई अन्य अफगानियों पर भी नजर रखी जा रही है।

पुलिस जांच में यह सामने आया है कि कोलकाता और शहर के उपनगरीय क्षेत्रों में अफगानिस्तान के निवासी किराए के घरों में रह रहे हैं। बाद में वही किराए के घर के पते का उपयोग करके कुछ लोग चालाकी से दलालों के माध्यम से झूठा ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनवा रहे हैं। उन फर्जी दस्तावेजों में सबसे अधिक ढाल के रूप में ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग किया जा रहा है।

लगभग एक महीने पहले इस मामले में भवानीपुर थाने ने जांच शुरू की थी। उस घटना में तीन अफगानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से बेलतला मोटर व्हीकल्स डिपार्टमेंट से सरकारी दस्तावेजों में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का प्रमाण मिला। इसके अलावा उनके पास से नकली आधार कार्ड और वोटर कार्ड भी बरामद हुए थे। उस घटना की गंभीरता को समझते हुए कोलकाता पुलिस का सिक्योरिटी कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) जांच की जिम्मेदारी संभाली।

हाल ही में वाटगंज थाना क्षेत्र से रहमतुल्लाह कास्कर और नियाज मोहम्मद नामक दो अफगानों को पकड़ा गया। 2020 के अंत में दोनों का वीजा समाप्त हो गया था लेकिन देश छोड़ने के बजाय वे कोलकाता में ही रह गए। हालांकि पकड़े जाने के डर से उन लोगों ने आधार कार्ड और वोटर कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया। फिर भी उन्होंने उस क्षेत्र के किराये के घर के पते का इस्तेमाल करके ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड समेत विभिन्न पहचान पत्र जुटा लिए।

लालबाजार पुलिस मुख्यालय को आशंका है कि शहर में और भी कई ऐसे अफगानी नागरिक हैं जो नकली पहचान के साथ शहर में छिपे हुए हैं। ऐसे ही एक अफगानी नागरिक देश छोड़ते समय हाल ही में कोलकाता हवाई अड्डे पर पकड़ में आए। नासिर खां नामक व्यक्ति के पास एक भारतीय पासपोर्ट पाया गया है। वह बऊबाजार इलाके में रहता था।

उससे पूछताछ के दौरान एक नहीं बल्कि तीन पासपोर्ट मिले। एक में उनका नाम ए. बी. वहाब था और दूसरे में वशीम अहमद। पुलिस सूत्रों के अनुसार ए. बी. वहाब नाम के पहचान के आधार पर लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। नासिर पिछले सोमवार रात सिंगापुर एयरलाइंस के विमान से कुआलालंपुर जाने की कोशिश कर रहा था। अफ़गानी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद जांचकर्ताओं को एक बात का पता चला कि गिरफ्तारी के समय उनके पास जो कई नकली पासपोर्ट भारतीय पहचान पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस मिले, वे अस्थायी पते के आधार कार्ड के आधार पर बनाए गए थे।

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