'मीरजाफर जी' एजेंसी भेज रहे हैं! बंगाल की सीएम ने तंज कसते हुए और क्या कहा?

तृणमूल नेत्री ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से बिना किसी डर के कानूनी सलाह लेने का आग्रह किया है।

By प्रसेनजीत बेरा, Posted by: श्वेता सिंह

Nov 05, 2025 08:53 IST

कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुछ दिन पहले नगर निगम भर्ती घोटाला मामले में राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बसु के कार्यालय पर छापा मारा था। इसी तरह ईडी राज्य भर में पासपोर्ट धोखाधड़ी मामले की भी जांच कर रही है। तृणमूल नेतृत्व पिछले साढ़े चार साल से कह रहा है कि 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद से केंद्रीय एजेंसी के जरिए बदले की राजनीति की जा रही है। पिछले लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय एजेंसी ने गौ तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया था। तृणमूल नेतृत्व 2026 के विधानसभा चुनाव के करीब आते ही राज्य में केंद्रीय एजेंसी की गतिविधियों के बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं कर रहा है। इस माहौल में, ममता बनर्जी ने फिर से पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एजेंसी की अति-सक्रियता को लेकर चेतावनी दी है। तृणमूल नेत्री ने यह भी कहा कि नेताओं और कार्यकर्ताओं को बिना डरे कानूनी सलाह लेनी चाहिए।

कुछ दिन पहले, तृणमूल नेतृत्व ने आरोप लगाया था कि दक्षिण 24 परगना के तीन तृणमूल नेताओं- सुब्रत मंडल, फिरदौसी बेगम और बिभास सरदार को एक केंद्रीय एजेंसी से फोन आया था। यह भी आरोप लगाया गया है कि इन तीनों नेताओं को गिरफ्तारी की धमकी दी जा रही है। इस संदर्भ में, ममता ने मंगलवार को कोलकाता में रेड रोड से जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी तक तृणमूल के भव्य जुलूस के बाद एक जनसभा में तृणमूल नेताओं को केंद्रीय एजेंसी से नहीं डरने की सलाह दी। तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "बात-बात पर मीरजाफर जी एजेंसी भेज देते हैं। उन्होंने परसों (रविवार) हमारे तीन विधायकों को फोन किया। फर्जी एजेंसी! उन्होंने फोन किया और कहा, आपके खिलाफ सीबीआई का मामला है, इतने पैसे दो। इनकम टैक्स का छापा मरवा देंगे! हम उन्हें पकड़ेंगे, मामला दर्ज करेंगे। हम उन्हें जाने नहीं देंगे। अगर ईडी-सीबीआई किसी के घर जाती है, तो डरिए मत। आप वकील की सलाह लीजिए।"

तृणमूल नेतृत्व का दावा है कि भगवा खेमा वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त है। ममता का कटाक्ष, 'गोदीबाबू, मीरजाफर बाबू पैसा कहां रखेंगे? कितना पैसा विदेश भेजेंगे? धीरे-धीरे विदेश भी मुंह मोड़ रहा है।' हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन तृणमूल खेमे का दावा है कि ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। केंद्रीय एजेंसियों पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत देने के अलावा तृणमूल नेता ने यह भी आरोप लगाया कि भगवा खेमा एजेंसियों के माध्यम से विभिन्न तकनीकों से लोगों से जानकारी एकत्र कर रहा है। ममता ने आरोप लगाया कि यह घटना डायमंड हार्बर में हुई थी।

उन्होंने दावा किया, "कुछ दिन पहले अभिषेक के क्षेत्र डायमंड हार्बर में एक कैंप लगाने गये थे। कहा गया था कि यह एक बैंक कैंप है लेकिन असल में वे छुपे रुस्तम हैं! भाजपा की एजेंसी डाटा इकट्ठा करने के लिए पैसे दिए हैं। हालांकि राज्य सरकार की अनुमति के बिना ऐसा नहीं किया जा सकता। वे दिल्ली के किसी केंद्रीय एजेंसी के नाम पर कहीं भी जा रहे हैं। वे कहते हैं, "अपने पिता का नाम बताओ, मां का नाम बताओ। अपना प्रमाणपत्र दिखाओ। अपनी उम्र बताओ। यह सब आप सबको मत बताइए।" हालांकि, ममता के बयान पर पलटवार करते हुए एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने चुटकी लेते हुए कहा, "उनकी पार्टी के नेताओं पर गाय, कोयला और रेत की तस्करी के आरोप हैं। तृणमूल शिक्षा और नगर निगम की भर्ती में भ्रष्टाचार में लिप्त है। वे डर के मारे यह सब बोल रही हैं!"

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