शुक्रवार की सुबह राज्य के मंत्री सुजीत बोस (Sujit Bose) के सॉल्टलेक स्थित कार्यालय में ईडी का छापा (ED Raid) पड़ गया। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह से ही वहां तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। प्राथमिक तौर पर अनुमान लगाया जा रहा है कि नगर निगम में विभिन्न नियुक्तियों के भ्रष्टाचार के आरोप में केंद्रीय संस्था ने राज्य के मंत्री सुजीत बोस के ऑफिस पर छापा मारा है।
पिछले साल नगर निगम में नियुक्ति के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने पहुंचे ईडी के अधिकारियों ने सुजित बोस के घर पर छापा मारा था। उस समय सुजीत बोस ने दावा किया था कि अगर नौकरी देने के नाम पर उन्होंने किसी से रुपया लिया है, यह साबित होता है तो वह पद त्याग कर देंगे। उनके इस दावे के बाद राज्य की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था। अगले साल राज्य में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं।
अतीत में भी कई बार राज्य सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर राजनीति करने का आरोप केंद्र सरकार के खिलाफ लगा चुकी है। हालांकि भाजपा ने इन आरोपों को हमेशा आधारहीन करार दिया है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि चुनावों से पहले राज्य के मंत्री सुजीत बोस के ऑफिस में ईडी का छापा काफी महत्वपूर्ण है।
इसके साथ ही दक्षिण दमदम के उप चेयरमैन निताई दत्त के ऑफिस में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार इस मामले में कोलकाता समेत राज्य भर की 7 जगहों पर ईडी के अधिकारी तलाशी अभियान चला रहे हैं, जिसमें नागेरबाजार और कांकुड़गाछी भी शामिल हैं।
दूसरी ओर ₹1200 करोड़ का बैंक से ऋण चूक मामले में भी एन्फोर्समेंट डिरेक्टोरेट (ED) काफी सक्रिय है। संबंधित मामले में एक ज्वेलरी कंपनी के मैनेजर, कर्मचारी समेत चार्टर्ड अकाउंटेंट के घर पर ईडी ने छापा मारा है। इसके साथ ही अन्य 7 जगहों पर भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
गिरीश पार्क थानांतर्गत एक मकान में ईडी के अधिकारी पहुंचे हैं। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि शरत बसु रोड और न्यू अलीपुर के एक घर पर भी ईडी के अधिकारी पहुंच चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में ईडी की नजरें कलकत्ता हाईकोर्ट के एक वकील पर भी बनी हुई है। बताया जाता है कि सुबह-सुबह उनके घर पर भी ईडी के अधिकारियों की तलाशी अभियान शुरू हो चुकी है।