समाचार एई समय : विधानचंद्र राय का रिकॉर्ड तोड़कर ममता बंद्योपाध्याय पश्चिम बंगाल की दूसरी सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाली नेता बन गईं हैं। तृणमूल की ओर से सोमवार को यह जानकारी दी गई है। बंगाल के पहले मुख्यमंत्री के रूप में विधानचंद्र राय ने 14 साल 159 दिनों तक यह पदभार संभाला था।
ममता बनर्जी ने सोमवार को उस रिकॉर्ड को पार करके मुख्यमंत्री के रूप में 14 साल 160 दिन पूरे किए हैं। राज्य में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड स्वर्गीय ज्योति बसु के पास है, जो 23 साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री पद पर बुने हुए थे। मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी के इस नए रिकॉर्ड के लिए सोशल मीडिया पर तृणमूल नेताओं ने उन्हें बधाई दी है।
छठ पूजा के अवसर पर ममता बनर्जी कोलकाता में गंगा के तख्ताघाट और दहीघाट गई थीं। दहीघाट पर एक हनुमान मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद औपचारिक उद्घाटन किया गया। गंगा के घाटों पर छठ पूजा करने के लिए जो भारी भीड़ होती है, उस भीड़ को सही तरीके से नियंत्रित करने के लिए पुलिस-प्रशासन को मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए। साथ ही श्रद्धालुओं को नदी के घाट पर जल्दबाजी न करने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री के अलावा इस कार्यक्रम में कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा भी मौजूद थे।
पुलिस-प्रशासन के उद्देश्य से ममता ने कहा, 'एक समूह के पूजा कर लेने के बाद ही दूसरा समूह पूजा करने जाए। सभी एक साथ न जाएं। सुरक्षा की जिम्मेदारी जिन लोगों पर हैं, यह उनके लिए कह रही हूं। कोई चिल्लाकर कहे कि कहीं गड़बड़ हो गई है या हंगामा हो गया तो ऐसी बातों पर ध्यान न दें। एक व्यक्ति दौड़ गया तो उसके पीछे 50 लोग दौड़ पड़ते हैं। इससे भगदड़ मचने और कुचले जाने की संभावना बनी रहती है।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को महिलाओं और बच्चों पर अतिरिक्त ध्यान देने का निर्देश दिया है। त्योहार के समय कुछ लोग गलत मंशा से कुछ करने की कोशिश करते हैं लेकिन यह प्रयास सफल न हो, उन्होंने इस तरफ भी ध्यान देने के लिए कहा। दहीघाट पर उन्होंने कहा कि कभी-कभी कुछ लोग कोशिश करते हैं (कुछ गतल करने की)। लेकिन छठ पूजा के अलावा और कुछ भी करने की कोशिश सफल न होने पाए।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी हर साल छठ पूजा के समय गंगा के कई घाटों पर जाती हैं। दहीघाट के पास एक हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार के लिए पिछले साल उनसे अनुरोध किया गया था। मुख्यमंत्री ने कोलकाता नगर निगम को यह मामला देखने के लिए कहा था। ममता बनर्जी ने कहा कि पिछले साल जब आई थी, तब कई लोगों ने कहा था कि इस मंदिर को नया रूप दे दें। छठ पूजा के दिन इस मंदिर का उद्घाटन किया गया।