त्योहारों की छुट्टियां खत्म होने के बाद बुधवार से कोलकाता नगर निगम (KMC) में काम पूरी तरह से शुरू हुआ है। इस बीच मुख्य चुनाव आयोग ने राज्य में SIR शुरू करने की घोषणा भी कर दी है। इस प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जो अंतिम वोटर लिस्ट बनेगी उसके आधार पर ही अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव करवाए जाएंगे। SIR के लिए नागरिकों को 11 जरूरी दस्तावेजों में से किसी एक की जरूरत पड़ने वाली है। इस वजह से KMC के म्यूटेशन विभाग में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के बिना ही आम नागरिकों का आना-जाना शुरू हो चुका है।
KMC कर्मचारियों का कहना है कि कोलकाता के विभिन्न इलाकों से लोग KMC पहुंच रहे हैं। KMC पहुंचे वैष्णवघाटा निवासी देवल राय का कहना है कि साल 2010 में फ्लैट तो खरीदा था लेकिन उसका म्यूटेशन अभी तक नहीं हुआ है। SIR को लेकर जिस तरह की खबरें सामने आ रही हैं, उससे डर लग रहा है। इसलिए फ्लैट का जल्द से जल्द म्यूटेशन करवा लेना चाहता हूं।
एसएन बनर्जी रोड पर स्थित कोलकाता नगर निगम के मुख्यालय के मेयर गेट पर सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले एक कर्मचारी ने कहा कि बुधवार की शाम को कम से कम 25 लोग आए थे, वो लोग जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र और म्यूटेशन विभाग के बारे में जानकारी लेने आए थे।
KMC के प्रवेश पथ पर आमतौर पर पूरे दिन भर में इन विभागों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए औसतन 7 लोग आते हैं। लेकिन बुधवार को कम से कम 18 लोगों ने आकर पूछा कि आधार कार्ड का लिंक कहां होता है?
वर्ष 1971 में कोलकाता में ही पैदा होने वाले सुदर्शन चक्रवर्ती ने कहा कि उनका कोई जन्म प्रमाणपत्र नहीं है। वह कैसे यह प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे, यह जानने के लिए ही KMC के जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र विभाग के सामने लंबे समय से खड़े थे। पूछने पर उन्होंने बताया कि जन्म प्रमाणपत्र खो गया है। सभी कह रहे हैं कि SIR में प्रमाणपत्र के तौर पर यह लगेगा।
खिदिरपुर निवासी गृहिणी केया राय भी अपने ससुर का मृत्यु प्रमाण कैसे बनवा सकेंगी, यह पता करने आयी थी। उनका कहना है कि SIR के लिए क्या-क्या जानकारियां लगेंगी, यहीं समझ में नहीं आ रहा है। 1980 में मेरे ससुर की मृत्यु हो गयी थी। इसलिए उनका मृत्यु प्रमाणपत्र मिलेगा अथवा नहीं, यहीं पूछने आयी थी।