महिला इंटर्न के उत्पीड़न के आरोप को लेकर कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हंगामा मच गया है। आरोप है कि मरीज ने शराब के नशे में सोमवार को उक्त इंटर्न से बुरा व्यवहार किया। कुछ जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि इस बारे में पुलिस को बताया गया लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद बुधवार की रात को इस घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया और धरना दिया। उन्होंने प्राचार्य के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
पिछले कुछ दिनों में कई अस्पतालों में मरीज या चिकित्सकों के उत्पीड़न की कई खबरें सामने आ चुकी हैं। हाल ही में एसएसकेएम अस्पताल में एक नाबालिग किशोरी के उत्पीड़न के आरोप काफी चर्चाओं में छाया हुआ था। उस घटना में आरोप लगाया गया था कि 15 वर्षिया किशोरी को अस्पताल के शौचालय में लेकर उसका यौन उत्पीड़न किया गया था। इस घटना में अस्पताल का एक पूर्व कर्मचारी भी गिरफ्तार हो चुका है।
हावड़ा के उलुबेड़िया शरतचंद्र चट्टोपाध्याय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भी एक डॉक्टर से बुरा व्यवहार और उसके उत्पीड़न का आरोप सामने आया है। इस घटना में एक होमगार्ड समेत 3 अन्य को गिरफ्तार किया गया है।
अस्पतालों की सुरक्षा को लेकर नवान्न में हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बैठक भी की थी। बताया जाता है कि इस बैठक में विभिन्न अस्पतालों के सुपर, मुख्य सचिव, पुलिस सुपर, पुलिस कमिश्नर व अन्य भी शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने की हिदायत दी थी। स्वास्थ्य भवन में सुरक्षा संबंधी दैनिक रिपोर्ट भेजने की बात भी इस बैठक में कही गई थी। लेकिन कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से इस तरह की घटना के सामने आने के बाद अस्पतालों में छात्रों और डॉक्टरों की सुरक्षा फिर से सवालों के घेरे में आ गयी है।