मेहमानों ने घर पर डिनर पर बुलाने का मन है लेकिन मेहमाननवाजी से ज्यादा उनकी गाड़ी को कहां पार्क करवायी जाए यह चिंता कोलकातावासियों को सताती है। मेहमानों के आने पर उनकी गाड़ियों की पार्किंग की समस्या की शिकायतें अक्सर विभिन्न हाउसिंग सोसायटी से आती रहती है। अब कोलकाता के हाउसिंग सोसायटी में मेहमानों के लिए अलग पार्किंग स्पेस बनाना अनिवार्य किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार केएमसी के अधिकारी बिल्डिंग रुल को बदलने के बारे में विचार कर रहे हैं।
नए नियमानुसार रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स परिसर में कम से कम 5 से 53 हजार वर्गफीट की जगह को मेहमानों की पार्किंग के लिए रखना अनिवार्य है। इसके साथ ही छोटे व मझोले हाउसिंग सोसायटी में 'मल्टी कार पार्किंग लॉट' निर्माण की अनुमति भी केएमसी का बिल्डिंग विभाग देने वाला है। सोसायटी में गाड़ियों की आवाजाही के लिए साढ़े तीन मीटर चौड़ी सड़क बनाना अनिवार्य था। हालांकि अब कई रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में 3 मीटर के रास्ते की भी अनुमति दी जा रही है।
बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अतिथियों के आने-जाने के साथ-साथ कई लोग सोसायटी के कम्यूनिटी हॉल में विभिन्न पारिवारिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। उस समय आमंत्रित मेहमान व्यस्त रास्तों के किनारों पर अपनी गाड़ियां पार्क करते हैं। इस बारे में बालीगंज, अलीपुर, डोवर लेन का उदाहरण दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि इन सभी इलाकों में कई बहुमंजिली इमारतें हैं, जहां मेहमानों की गाड़ियों के लिए अलग पार्किंग नहीं है। इस वजह से काफी बार सड़क पर पार्किंग की जाती है, जिससे यातायात भी बाधित हो जाता है।
केएमसी द्वारा नियुक्त लाइसेंस्ड बिल्डिंग सर्वेयर (एलबीएस) अंशु सरकार का कहना है कि नए नियम से डेवलपर और खरीदार दोनों को ही फायदा होगा। इससे गेस्ट कार पार्किंग स्पेस की कीमत जोड़कर ही फ्लैट की कीमत निर्धारित होगी। बिल्डिंग विभाग के एक इंजीनियर ने बताया कि रेसिडेंशियर कॉम्प्लेक्स में गाड़ियों की आवाजाही के लिए पर्याप्त जगह और पार्किंग सुविधा नहीं रहने की वजह से ही फ्लैट की सही कीमत नहीं मिलती है। इस वजह से डेवलपर निवेश करते समय भी परेशानी में पड़ जाते हैं। नए नियम से यह समस्या दूर हो जाएगी।
हालांकि विभाग के कई अधिकारियों ने यह भी सवाल उठाया है कि जिन घरों में नियमित तौर पर अतिथि नहीं आते हैं। वैसे लोग अगर मेहमानों के लिए अतिरिक्त पार्किंग स्पेस नहीं रखना चाहेंगे, तब क्या होगा?