वर्तमान में सोशल मीडिया केवल प्रचार का माध्यम नहीं है, बल्कि कई लोगों के लिए रोज़गार का स्रोत भी है। दिन-प्रतिदिन सोशल मीडिया की मांग बढ़ती जा रही है। इस स्थिति में पश्चिम बंगाल इस माध्यम पर और अधिक जोर देने जा रहा है। सोमवार को नबान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में राज्य मंत्री परिषद की बैठक हुई। वहां यह निर्णय लिया गया कि राज्य के प्रत्येक जिले में अलग-अलग सोशल मीडिया यूनिट खोले जाएंगे।
यह राज्य के सूचना और संस्कृति विभाग के अधीन संचालित किया जाएगा, ऐसा कहा जा रहा है। प्रत्येक जिले के सूचना और संस्कृति विभाग के मुख्यालय से इकाइयों का संचालन किया जाएगा, सूत्रों के अनुसार सभी जिलों में सोशल मीडिया यूनिट बनाने के लिए 108 नई शून्य प्वाइंट बनाई जा रही हैं।
इस यूनिट का क्या काम होगा ?
सोशल मीडिया पर वर्तमान में जानकारी का बहुत फैलाव है। इसमें कौन-सा सच है और कौन-सा झूठ, इस पर कई सवाल उठते हैं। प्रारंभिक रूप से यह जानने में आया है कि जिलों में बनी इस सोशल मीडिया यूनिट के माध्यम से झूठी खबरों को रोका जाएगा। साथ ही सरकारी जानकारी का प्रचार भी किया जाएगा। इसके साथ ही आम लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। सरकार की इस पहल में एक तरफ नए पद सृजित होने की संभावना है, वहीं अधिकांश लोग आशावादी हैं कि सोशल मीडिया पर सरकारी विषयों की झूठी जानकारी पर रोक लगाई जा सकेगी।