कोलकाताः पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमा गया है। ठीक पांच साल पहले 2021 के चुनाव के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नारा दिया था- “अबकी बार दो सौ पार”। वह लक्ष्य तब पूरा नहीं हुआ, लेकिन इस बार शाह ने उससे भी बड़ा लक्ष्य तय कर दिया है। उनका दावा है कि 2026 के विधानसभा चुनाव में भाजपा दो-तिहाई बहुमत हासिल करेगी। इसका मतलब यह कि 294 में से 196 सीटें जीतकर सरकार बनाएगी। इधर मुख्यमंत्री और तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी ने चुनाव के मद्देनजर एक बार फिर “फाटाफाटी खेला” का जिक्र करते हुए भाजपा पर तीखा हमला किया है।
तीन दिन के पश्चिम बंगाल दौरे पर आए अमित शाह ने मंगलवार को न्यू टाउन के एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान यह लक्ष्य सार्वजनिक किया। शाह के इस बयान ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी। उनके दावे के जवाब में मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी पलटवार करने में देर नहीं की। उन्होंने आगामी चुनाव के मद्देनजर एक बार फिर “फाटाफाटी खेला” का जिक्र किया जिसके बाद से बंगाल की सियासत में चुनावी तापमान तेज हो गया है।
2024 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह ने बंगाल में 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था, लेकिन भाजपा को अंततः 12 सीटों से संतोष करना पड़ा। इसके बावजूद अब 2026 के लिए 196 सीटों का लक्ष्य तय करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर हमला तेज कर दिया है।
बांकुड़ा के बड़जोड़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "दुशासन बाबू ने कहा था कि उन्हें दो-तिहाई सीटें मिलेंगी! अब वो नहीं कह सकते, इस बार वो दो सौ पार करेंगे! इस बार उन्हें कहना होगा कि आप देश छोड़ सकते हैं। आपको लोकतांत्रिक तरीके से देश से कैसे निकालना है, बंगाल दिखाएगा। बंगाल ही रास्ता दिखायेगा।" इस सभा में ममता ने कहा कि "2026 के चुनाव में फाटाफाटी खेला होबे।" उन्होंने कहा कि ‘इस बार शानदार मुकाबला होगा। फाटाफाटी। इस बार के खेल का नाम होगा फाटाफाटी। भाजपा (खेल में) क्या करेगी, भाजपा खुद तय कर ले !’
हालांकि अमित शाह ने अपने दावे के समर्थन में आंकड़े पेश करते हुए कहा कि बंगाल में भाजपा की स्थिति लगातार मजबूत हुई है। उनके अनुसार,
2014 में भाजपा को 17 प्रतिशत वोट मिले थे और वह सिर्फ दो लोकसभा सीटें जीत पाई थी।
2016 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 10 प्रतिशत वोट मिले और तीन सीटों पर जीत मिली।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 41 प्रतिशत वोट हासिल कर 18 सीटें जीतीं।
2021 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 38 प्रतिशत वोट मिले और वह 77 सीटों पर विजयी रही।
शाह का तर्क है कि जिस पार्टी ने 2016 में केवल तीन विधानसभा सीटें जीती थीं, वह पांच साल के भीतर 77 सीटों तक पहुंच गई। वहीं कांग्रेस शून्य पर सिमट गई और 34 साल तक शासन करने वाला वाम मोर्चा भी एक भी सीट नहीं जीत सका।
ममता बनर्जी ने इन दावों पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव आते ही भाजपा “सोनार बांग्ला” का सपना दिखाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और असम जैसे राज्यों में बंग्ला भाषा बोलने वालों के साथ अत्याचार होता है, फिर भी भाजपा बंगाल में सुनहरे भविष्य के वादे करती है।
गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्रों के लिहाज से तृणमूल कांग्रेस ने 192 सीटों पर बढ़त बनाई थी, जबकि भाजपा 90 सीटों पर आगे रही। वाम-कांग्रेस गठबंधन को 12 सीटों पर बढ़त मिली थी।
इन आंकड़ों के बीच अमित शाह का “दो-तिहाई बहुमत का दावा” और ममता बनर्जी का “फाटाफाटी खेला” का ऐलान-दोनों ने साफ कर दिया है कि 2026 का बंगाल चुनाव बेहद दिलचस्प और कांटे का मुकाबला होने वाला है।