कोलकाताः सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपने कर्मियों की उत्कृष्ट सेवा और पेशेवर उत्कृष्टता के सम्मान में कोलकाता के न्यू टाउन स्थित स्टेट बैंक इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप, फाइनेंशियल हब में एक विशेष अलंकरण समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर 21 बीएसएफ कर्मियों को उनकी उत्कृष्ट निष्ठा और अनुकरणीय सेवा के सम्मान में राष्ट्रपति पुलिस पदक (मेधावी सेवा) से सम्मानित किया गया।
इस प्रतिष्ठित समारोह में पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को अत्यंत गौरवपूर्ण और महत्वपूर्ण बना दिया। पूर्वी कमान के महानिरीक्षक (एचआर) श्री राकेश रंजन लाल एवं दक्षिण बंगाल सीमान्त के महानिरीक्षक श्री भूपेन्द्र सिंह की विशिष्ट उपस्थिति में, कुल 10 सेवारत और 11 सेवानिवृत्त बीएसएफ कर्मियों को उनकी उत्कृष्ट और मेधावी सेवाओं के लिए इस सम्मान से अलंकृत किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों, जवानों, सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवारजनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं के प्रति सामूहिक सम्मान और उच्च आदर को प्रदर्शित किया तथा सेवा, त्याग और उत्कृष्टता को सम्मानित करने की बीएसएफ की गौरवशाली परंपरा को उजागर किया।
राष्ट्रपति पुलिस पदक (मेधावी सेवा) केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के उन सदस्यों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने कर्तव्यों के निर्वहन में असाधारण समर्पण, साहस और सतत उत्कृष्टता का परिचय दिया हो। बलों में सर्वोच्च सम्मानों में से एक माने जाने वाले इस पदक के लिए कड़े और पारदर्शी चयन प्रक्रिया का पालन किया जाता है, जिसमें उच्च स्तरीय समिति द्वारा विस्तृत जांच और मूल्यांकन शामिल होता है, जो इसकी उत्कृष्ट व्यावसायिकता, ईमानदारी और सेवा के उच्च मानकों को दर्शाता है।
अपने संबोधन में माननीय राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस ने राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा के लिए बीएसएफ की अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने रणनीतिक क्षमताओं में वृद्धि, आधुनिक बुनियादी ढांचे, उन्नत हथियार प्रणालियों और व्यावसायिक प्रशिक्षण की दिशा में किए जा रहे सतत प्रयासों की प्रशंसा की। माननीय राज्यपाल ने विशेष रूप से बीएसएफ कर्मियों के उन उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना की, जिनके माध्यम से वे राष्ट्र-विरोधी तत्वों की नापाक गतिविधियों को प्रभावी रूप से विफल करते रहे हैं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
समारोह के दौरान, पदक प्राप्तकर्ता एवं उनके परिवारजनों के साथ-साथ सेवारत एवं सेवानिवृत्त अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी और जवान गर्व और उत्साह के साथ सहभागी बने। यह अवसर उत्कृष्ट और मेधावी सेवा को एक गरिमामय श्रद्धांजलि के रूप में खड़ा रहा, साथ ही बीएसएफ की गौरवशाली विरासत, समय-सम्मानित परंपराओं और मूल्यों को पुनः सुदृढ़ किया। इस आयोजन ने कर्तव्य, अनुशासन और त्याग की बल की अटूट भावना को पुनः स्थापित किया और राष्ट्र की संप्रभुता तथा सुरक्षा की रक्षा के प्रति उसकी सामूहिक प्रतिबद्धता और अडिग संकल्प को उजागर किया।