कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) संसद में बंकिम चंद्र चटर्जी को 'बंकिमदा' कहकर विवादों में आ गए थे। हालांकि तृणमूल सांसद सौगत रॉय द्वारा एतराज जताने के बाद उन्होंने माफी मांग ली थी लेकिन विपक्ष ने मोदी के इस संबोधन पर अपना नाराजगी जतायी। उस विवाद की चिंगारी अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुई है।
इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो मशहूर हस्तियों के नामों में उलझ गए। साल के अंत में वह कोलकाता के दौरे पर आए। मंगलवार को कोलकाता में उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
यहां सचिंद्रनाथ सान्याल के बारे में बात करते हुए अमित शाह ने उन्हें रवींद्रनाथ सान्यास कहा। तृणमूल कांग्रेस ने उस वीडियो को अपने X हैंडल पर पोस्ट किया। पार्टी के आधिकारिक हैंडल से अमित शाह की कड़ी आलोचना की गयी। इस मुद्दे पर तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी अपनी बात रखी।
गौरतलब है कि सचिंद्रनाथ सान्याल भारत की आजादी की लड़ाई के नेताओं में से एक थे। उनका जन्म 1893 में बनारस के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। 1907 में जब वे कोलकाता आए तो वे अनुशीलन समिति की कोलकाता शाखा में शामिल भी हुए। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में भी उन्होंने योगदान दिया।
अमित शाह ने क्या कहा?
देश की आजादी के इतिहास में बंगालियों के योगदान का जिक्र करते हुए उन्होंने 'रवींद्रनाथ सान्यास' के साथ-साथ सुभाष चंद्र बोस, खुदीराम बोस और बाघा जतिन का नाम भी लिया। इसी बात को विपक्ष ने उठाई। उनका दावा है कि अमित शाह ने सचिंद्रनाथ सान्याल का नाम लेते हुए गलती से 'रवींद्रनाथ सान्यास' कह दिया। उनका दावा है कि अमित शाह ने स्वतंत्रता सेनानी के नाम में गलती करके इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।
तृणमूल ने की आलोचना
मंगलवार को तृणमूल ने पार्टी के आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट किया। इसमें लिखा था, 'रवींद्रनाथ सान्यास? नहीं अमित शाह रवींद्रनाथ टैगोर और सचिंद्रनाथ सान्याल। दो अलग-अलग व्यक्तित्व। दो अलग-अलग लोग। लेकिन आपको कैसे पता? जो भी हो आप एक बाहरी व्यक्ति हैं जिसके पास जरा भी सांस्कृतिक ज्ञान नहीं है। अपना होमवर्क करें। हमारे आइकॉन को तोड़-मरोड़कर पेश करना बंद करें। हमारे स्कॉलर्स की बेइज्ज़ती करना बंद करें। और सबसे जरूरी बात इस तरह खुद को भी असुविधा में डालना बंद करें।'
जुबान फिसल गयी : भाजपा
तृणमूल के हमले के जवाब देते हुए भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा, 'ज़ुबान फिसलने पर राजनीति करना ठीक नहीं है। तृणमूल नेताओं की भी अक्सर जुबान फिसल जाती है। हम उस पर राजनीति नहीं करते। असल में तृणमूल के पास राजनीतिक मुद्दों की कमी है। इसीलिए वे इन सभी मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं।'
Rabindranath Sanyai??
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) December 30, 2025
No, Mr. @AmitShah. Rabindranath Tagore. Sachindra Nath Sanyal. Two towering figures. Two entirely different people. But how would you know the difference?
After all, you are BOHIRAGOTO with zero cultural literacy. Do your homework. Stop mangling our icons.… pic.twitter.com/d9gpSexKo7