डेडलाइन हो चुका है खत्म। क्या 143 बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) ने संभाली अपनी जिम्मेदारी? लोगों के मन में यहीं सवाल घूम रहा है। बुधवार को ही चुनाव आयोग ने बता दिया था कि अगर BLO आज (गुरुवार) की दोपहर 12 बजे तक अपने-अपने काम पर ज्वाइन नहीं करते हैं तो उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा।
चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधिकतर BLO अपने-अपने काम पर ज्वाइन कर रहे हैं। BLO ऐक मंच का अनुरोध है कि जो गंभीर रूप से बीमार हैं अगर उन्हें छोड़ दिया जाए। इसके साथ ही वोटकर्मी ऐकमंच और बीएलओ ऐकमंच के महासचिव स्वपन मंडल का कहना है कि जो अपने-अपने काम पर ज्वाइन कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित करनी होगी।
स्वपन मंडल का कहना है कि हमें जानकारी मिली है कि अधिकतर BLO आज काम पर ज्वाइन करेंगे। अगर कोई बीमारी के कारण ज्वाइन नहीं कर पाता है या किसी की राजनीतिक पहचान है, तो चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मार्कड् पॉलिटिकल आइडेंटिटी होने पर वह BLO के रूप में काम नहीं कर सकता। उन्हें हटाने की अपील करेंगे।
4 नवंबर से BLO घर-घर जाकर काम शुरू करेंगे। 80 हजार से अधिक BLO हैं। मुख्यतः स्कूल के शिक्षक ही BLO का काम करते हैं। चुनाव आयोग ने उनके लिए कई गाइडलाइन भी जारी किया है। हर बूथ पर ही BLO का नाम और फोन नंबर लिखा होगा। स्थानीय स्तर पर भी प्रचार किया जाएगा उनका नाम और फोन नंबर। ये BLO ही घर-घर एन्यूमरेशन फॉर्म लेकर जाएंगे। वोटरों को फॉर्म की दो कॉपी भरनी होगी। एक वोटर अपने पास रखेगा, दूसरा BLO साथ ले जाएगा। इसी फॉर्म के आधार पर मसौदा वोटर सूची प्रकाशित की जाएगी।