कोलकाताः राज्य में SIR के काम में लगे चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग ने कड़ा कदम उठाया है। आयोग ने BLO समेत सभी चुनाव अधिकारियों की हिसा या उत्पीड़न की घटनाओं में तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराने और कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसी संबंध में आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) मनोज अग्रवाल को शुक्रवार को पत्र लिखा है।
चिट्ठी में साफ कहा गया है कि राज्य के किसी भी हिस्से में BLO या किसी अन्य चुनाव अधिकारी के साथ हिंसा होने पर तुरंत संबंधित DEO को सूचित करते हुए FIR दर्ज करनी होगी। यदि ऐसा नहीं किया गया तो आयोग संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है।
SIR के काम के दौरान कई स्थानों पर निरीक्षक नियुक्त किए गए हैं ताकि एन्यूमरेशन (मतदाता सूची निर्माण) के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट की जांच और सत्यापन का काम बिना किसी बाधा के पूरा हो सके। आयोग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अधिकारियों को सुरक्षा संबंधी कोई समस्या न आए और उनका काम निर्बाध रूप से चल सके।
गौरतलब है कि 11 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना के फलता इलाके में हुई। उस दिन आयोग के विशेष पर्यवेक्षक सी मुरुगन ने SIR कार्य की जांच के लिए भ्रमण किया। BDO शानु बख्शी के साथ 85, 86 और 87 नंबर बूथों में घर-घर जाकर निरीक्षण किया गया। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने पर्यवेक्षकों को घेरकर विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना ने आयोग की चिंता बढ़ा दी है और इसे गंभीर रूप से लेते हुए सुरक्षा निर्देश जारी किए गए हैं। SIR कार्य का उद्देश्य मतदाता सूची में सुधार और सत्यापन करना है। आयोग सुनिश्चित करना चाहता है कि कोई भी अधिकारी अपने काम के दौरान उत्पीड़न का शिकार न हो।