तृणमूल सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को चुनाव आयोग की ओर से पत्र भेजा गया है। राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन (Derek O'Brien) चुनाव आयोग के साथ बैठक करना चाहते थे। सोमवार को इस पत्र का ही जवाब चुनाव आयोग की तरफ से भेजा गया है। लेकिन खास बात यह रही कि इस पत्र को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हरीश चटर्जी स्ट्रीट के पते पर भेजा गया है। पर इस पत्र में क्या लिखा गया है? क्या चुनाव आयोग बैठक के लिए राजी है?
बैठक के लिए राजी है चुनाव आयोग
मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग की तरफ से भेजे गए पत्र में यह स्पष्ट किया गया है कि वे राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के प्रतिनिधि के साथ बैठक करने के लिए राजी हैं। इसके साथ ही पत्र में बैठक की तारीख का उल्लेख भी किया गया है। हालांकि तृणमूल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पत्र के आने के बाद से पार्टी में नया विवाद शुरू हो गया है।
क्या है नए विवाद की वजह?
बताया जाता है कि चुनाव आयोग की तरफ से भेजे गए पत्र में तृणमूल के 5 प्रतिनिधियों को लेकर आने की बात कही गयी है। दावा किया जा रहा है कि तृणमूल अपने 10 प्रतिनिधियों को लेकर इस बैठक में शामिल होना चाहती है और इस बात पर ही अड़ी हुई है। बताया जाता है कि 28 नवंबर को चुनाव आयोग सत्ताधारी पार्टी के प्रतिनिधियों से मिलने के लिए राजी है।
कहां होगी बैठक?
तृणमूल के साथ चुनाव आयोग अपने मुख्यालय यानी नई दिल्ली के निर्वाचन सदन में सुबह 11 बजे बैठक करना चाहता है। बताया जाता है कि तृणमूल कांग्रेस से इस दिन अपने 5 प्रतिनिधियों को भेजने के लिए कहा गया है। इस पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि तृणमूल के अनुरोध के आधार पर ही चुनाव आयोग मिलने के लिए राजी हुआ है। लेकिन प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन रहेगा? इस बात की जानकारी चुनाव आयोग को पहले से देनी होगी।
बता दें, डेरेक ओ ब्रायन की ओर से चुनाव आयोग को ईमेल कर मिलने के लिए समय की मांग की गयी थी। इसका ही जवाब अब चुनाव आयोग की तरफ से भेजा गया है। पत्र में कहा गया है कि SIR की प्रक्रिया के दौरान सभी राजनैतिक पार्टियों के साथ ही संगठनात्मक बातचीत करने के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह से तैयार है। सूत्रों का दावा है कि 5 प्रतिनिधि लेकर जाने की बात तृणमूल कांग्रेस को मंजूर नहीं है। दावा किया जा रहा है कि मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर से चुनाव आयोग को पत्र लिखेगी।