घर में रखा सामान से लेकर घर में रखे जेवरात और गहनों तक की चोरी की घटनाएं तो आम बात हैं। शहर के किसी न किसी कोने में किसी घर से चोरी का मामला सामने आता रहता है। लेकिन क्या आपने कभी किसी घर के ही चोरी हो जाने की बात सुनी है। जी हां, ऐसा ही एक मामला कोलकाता के न्यू अलीपुर थाना में दर्ज करवाया गया है। शिकायतकर्ता एक वृद्ध हैं, जिन्होंने अपने ही रिश्तेदार और नौकरानी के खिलाफ आरोप लगाया है कि उन्हें अंधेरे में रखकर उनका ही घर बेच दिया गया है।
क्या है यह पूरा मामला?
वृद्ध ने आरोप लगाया है कि वह बीमार होकर घर पर थे। उनके एक रिश्तेदार आलोक घोष व नौकरानी चम्पा पुरकायत ने उन्हें समझाया कि घर की मरम्मत करने की जरूरत है। जब तक घर की मरम्मत पूरी नहीं हो जाती है, तब तक उन्हें किराए के मकान में रहना पड़ेगा। वृद्ध का दावा है कि इन दोनों पर भरोसा करके वह अपना घर छोड़कर किराए के मकान में जाने के लिए राजी भी हो गए।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों बाद जब थोड़ा सा ठीक होने के बाद वृद्ध अपने न्यू अलीपुर वाले घर पर लौटे तो वहां उन्हें कुछ अपरिचित लोग रहते दिखे। जब वृद्ध ने उनका परिचय पूछा तो उन लोगों ने दस्तावेज दिखाकर बताया कि इस मकान को उन लोगों ने खरीद लिया है।
मरम्मत के बहाने बेच डाला घर
न्यू अलीपुर थाना में शिकायत दर्ज करवाते हुए वृद्ध ने आरोप लगाया कि घर की मरम्मत का बहाना बनाकर उनसे कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करवाया गया था। उनका कहना है कि उन्होंने कागजातों को अच्छी तरह से नहीं पढ़ा था। भरोसा करके ही उन्होंने अपना हस्ताक्षर कर दिया था। वृद्ध का अनुमान है कि उसी समय उनसे घर बेचने के कागजातों पर हस्ताक्षर करवा लिया गया था।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वृद्ध जैसे ही किराए के मकान में गए फर्जी दस्तावेज बनवाकर उस घर को 74 लाख रुपए में बेच दिया गया। इसमें से चम्पा पुरकायत को 25 लाख रुपए मिले। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने वृद्ध के रिश्तेदार आलोक को गिरफ्तार कर लिया है।
बुधवार की सुबह दक्षिण 24 परगना जिले के कुलपी से नौकरानी चम्पा को भी गिरफ्तार किया गया है। इस धोखाधड़ी में शामिल गुट के दूसरे सदस्यों की तलाश भी जांच अधिकारी कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अब वृद्ध को अपना घर कैसे वापस मिलेगा?