चंदा देना ही होगा। आर्थिक स्थिति कैसी भी हो, 2001 रुपये चाहिए। इसी मांग पर अड़े मोहल्ले के एक क्लब के कुछ सदस्यों ने एक कलाकार को बेरहमी से पीटा और उसका सिर फो़ड़ दिया।। मूर्ति सजाने वाले वे कलाकार मूर्ति सजाकर लौट रहे थे। शिकायत के बाद पुलिस ने 4 घंटे के भीतर क्लब के 4 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। घटना मानिकतल्ला इलाके की है। घायल कलाकार का नाम परितोष चक्रवर्ती (57) है।
मूर्ति सजाना ही परितोष चक्रवर्ती का मुख्य पेशा है। मानिकतला के मुरारीपुकुर इलाके के निवासी परितोष रहते हैं। वे रविवार की रात साढ़े 11 बजे एक काली मूर्ति सजाकर घर लौट रहे थे। आरोप है कि घर से लगभग 200 मीटर दूर उन्हें कुछ युवकों ने घेर लिया। परितोष के बेटे पृथ्विश का आरोप है कि इलाके के एक क्लब के कुछ सदस्य उस समय उनके पिता को घेर रहे थे। वे सभी नशे में थे। पृथ्विश ने कहा, ‘वे मेरे पिता को घेरकर कह रहे थे कि पिछले साल चंदा नहीं दिया गया था। इसलिए पिछले साल और इस साल मिलाकर कुल 2001 रुपये देने होंगे।’ इसी बात को लेकर बहस हुई और क्लब के युवकों ने परितोष को पीटना शुरु कर दिया।
परितोष के बेटे की शिकायत है, 'वे पिताजी के साथ दुर्व्यवहार करने लगे। यह क्यों कर रहे हैं, पिताजी ने जब पूछा, तब मारना शुरू कर दिया। सड़क पर फेंककर पिताजी को मारते रहे। पिताजी के हाथ में एक बड़ा स्टेपलर था, जो मूर्ति सजाने के काम में इस्तेमाल होता था। उसी से भी मारते हैं। उनमें से किसी के हाथ में लोहे की छड़ थी। उसे खोलकर पीटते हुए पिताजी को घर की गली के मुंह तक ले आए।'
परितोष के चिल्लाने पर आस-पास के लोग बाहर निकल आए तो अपराधी भाग गए। उनके चेहरे, सिर और आंखों पर चोट लगी है। उन्हें आरजी कर अस्पताल ले जाया गया। परितोष के सिर पर पांच टांके लगे हैं। आंख की चोट भी गंभीर है। इस बीच परितोष को पीटने वाले चार आरोपी संतू समद्दार, राजा सरकार, विश्वनाथ दास और बिशु दास इलाके से फरार हो गए। शिकायत मिलने पर मानिकतला थाना पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह चारों एक ऑटो लेकर विभिन्न जगहों पर घूम रहे थे। अंततः उन्हें सॉल्टलेक स्टेडियम के पास ईएम बाईपास के ऊपर पकड़ लिया गया।