भाजपा सांसद पर हमले की पीएम मोदी ने की निंदा, जवाबी हमले में मुख्यमंत्री ने याद दिलाई 'मणिपुर की जाति-हिंसा'

जवाबी हमला करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को ही एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा है, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और गहरी चिंता का विषय है कि भारत के प्रधानमंत्री ने एक प्राकृतिक आपदा पर राजनीति करने का फैसला किया है, बिना किसी उचित जांच का इंतजार किए।

By Rinika Roy Chowdhury, Posted By : Moumita Bhattacharya

Oct 07, 2025 14:19 IST

समाचार एई समय : भारी बारिश से उत्तर बंगाल की स्थिति काफी खराब हो गयी है। सोमवार को उत्तर बंगाल के नागराकाटा में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने गए भाजपा (BJP) सांसद खगेन मुर्मू और भाजपा विधायक शंकर घोष पर हमला किया गया। बताया जाता है कि इस घटना में खगेन मुर्मू गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने तृणमूल शासित पश्चिम बंगाल सरकार को निशाना बनाया था। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने पलटवार किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर बाढ़ की आपदा के समय राजनीति करने का आरोप लगाया है।

नागराकाटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बीजेपी सांसद और विधायक पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (X) हैंडल पर एक पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था, 'पश्चिम बंगाल में हमारे दल के सहयोगी जिस तरह से लोगों की सेवा करते हुए आक्रमण के शिकार हुए हैं, वह निंदनीय है। यह राज्य की कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति को दर्शाता है। मैं चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल सरकार और तृणमूल कांग्रेस लोगों की मदद करने पर अधिक ध्यान दें।'

इस पर जवाबी हमला करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को ही एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा है, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और गहरी चिंता का विषय है कि भारत के प्रधानमंत्री ने एक प्राकृतिक आपदा पर राजनीति करने का फैसला किया है, बिना किसी उचित जांच का इंतजार किए। वह भी तब जब उत्तर बंगाल के लोग भयानक बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे हैं।'

भाजपा नेताओं पर हमले के बारे में मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब स्थानीय और पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में व्यस्त थी, तब भाजपा नेता बड़ी संख्या में गाड़ियों के काफिले के साथ, केंद्रीय बलों की सुरक्षा लेकर और स्थानीय पुलिस और प्रशासन को बिना कोई सूचना दिए प्रभावित क्षेत्र में गए थे। राज्य प्रशासन, स्थानीय पुलिस या तृणमूल कांग्रेस को इस घटना के लिए कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है?

तृणमूल पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी द्वारा लगाए गये आरोपों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार पर बिना किसी सबूत के, बिना किसी कानूनी जांच के और बिना किसी प्रशासनिक रिपोर्ट के आरोप लगाए हैं। यह न केवल राजनीतिक निम्नता को छूता है, बल्कि उस संवैधानिक नैतिकता का भी उल्लंघन है जिसे बनाए रखने की प्रधानमंत्री ने शपथ ली है।'

नागराकाटा की घटना पर सोमवार को ही उत्तर बंगाल में ममता बनर्जी ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उस घटना की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने संदेश दिया था कि कोई समस्या न पैदा हो। उन्होंने शांति बनाए रखने और राजनीति भूलकर बचाव कार्य में जुटने का आह्वान किया था।

इसके बाद ही मणिपुर की हिंसक घटनाओं के संदर्भ में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर पलटवार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रधानमंत्री को मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू होने के 964 दिन बाद वहां जाने का मौका मिला, उनका बंगाल के लिए यह अचानक चिंता किसी सहानुभूति का परिचय नहीं है। बल्कि, यह अवसरवादी राजनीतिक नाटक जैसा लग रहा है। हां, हम सभी निस्संदेह हिंसा की निंदा करते हैं। लेकिन यह राजनीतिक शेखी बघारने का समय नहीं है। यह सहायता और उपचार का समय है।

ममता बनर्जी का दावा है कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि भाजपा एक बार फिर से उत्तर बंगाल बनाम दक्षिण बंगाल की लड़ाई को जगाना चाहती है। मैं प्रधानमंत्री से मैं कहूंगी कि चयनित राज्य सरकार की बात सुनिए, सिर्फ अपनी पार्टी के लोगों की नहीं। आप भारत के प्रधानमंत्री हैं, केवल भाजपा के नहीं। आपकी जिम्मेदारी देश-निर्माण है, कहानी निर्माण नहीं।

Prev Article
रिकॉर्ड! पंचमी से दशमी तक कोलकाता मेट्रो में 46 लाख यात्रियों ने किया सफर
Next Article
देश में पहली बार कलकत्ता हाई कोर्ट ने दी नाबालिग के अग्रिम जमानत मांगने के अधिकार को मान्यता

Articles you may like: