खुद भोग बनाया। इसके बीच में मेहमानों का सत्कार भी किया। पूजा की तैयारी निपुणता से पूरी की।
हर साल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद अपने हाथों से घर की कालीपूजा की सभी तैयारियां संभालती हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ। उन्होंने खुद भोग की रसोई संभाली। इसके बीच में उनका अतिथि सत्कार भी चला। पूजा की तैयारियां उन्होंने निपुणता से पूरी की।
कालीपूजा के दिन ममता के घर फिल्मी सितारों का जमघट लगता है। टॉलीवुड के कलाकार जाते हैं। इस बार भी वहाँ जून माल्या, सायंतिका बनर्जी समेत कई लोग उपस्थित थे। तृणमूल के सांसद, विधायक से लेकर अधिकारी और समाज के विशिष्ट लोग भी मौजूद थे।
लेक कालीबाड़ी से सीधे ममता के घर की पूजा में तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी पहुंचे। उनके साथ उनकी बेटी आजानिया भी थीं।
पूजा के विभिन्न रीति-रिवाजों का पालन करना, दीपदान से लेकर विभिन्न कार्यों में हमेशा व्यस्त दिखीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। वे स्वयं हाथ से भोग पकाई। अभिषेक की मां लता बनर्जी ने ममता का हाथ बटाया।
कालीपूजा का मतलब तो रोशनी का त्योहार है। कालीघाट में ममता के घर को भी रोशनी की माला से सजाया गया था। शाम को ममता खुद अपने हाथों से दीपक जलाईं। पूरे घर को सजाईं। थाली में दीपक लेकर प्रतिमा के सामने आरती भी की।
पूजा के समय भी ममता को कासर बजाते हुए देखा गया। उन्होंने पूरे परिवार के साथ अंजली भी दी।
इस दिन दोपहर के समय से ही मेहमान ममता के घर आने लगे। हर किसी पर उनकी कड़ी नजर थी। उन्होंने सबके साथ मुस्कुराते हुए बातें भी की।
दूसरी ओर, अभिषेक ने फूलों वाली प्रिंट की पंजाबी पहने हुए थे। लेक कालीबाड़ी में पूजा करने के बाद वे कालीघाट चले गए। उनके साथ उनकी बेटी आजानिया थी।
कालीपूजा की सुबह राज्यवासियों की स्वास्थ्य और सुख-शांति की कामना करते हुए ममता ने X हैंडल पर एक पोस्ट किया। उन्होंने अपने लिखे एक गीत को शेयर किया, 'मेरी करुणामयी मां / आओ मां, प्रकाश की देवी / प्रकाश लेकर आओ मां / अंधकार को दूर करके / शांति लेकर आओ मां।'