बंगाल के नागरिकों को बांग्लादेश में पुश-बैक क्यों? तृणमूल ने उठायी अमित शाह के लिए भी सजा की मांग

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ फौजदारी मामला और विभागीय जांच करने की मांग तृणमूल कांग्रेस की तरफ से उठाई जा रही है।

By Prasenjit Bera, Posted By : Moumita Bhattacharya

Oct 12, 2025 12:29 IST

सोनाली बीबी, स्वीटी बीबी-सहित पश्चिम बंगाल के छह नागरिकों को दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी होने का आरोप लगातार असम से 'गैरकानूनी तरीके से' पुश-बैक किया था। पिछले कुछ समय से कई बार तृणमूल कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है। कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) के बाद हाल ही में बांग्लादेश के चापाईनवाबगंज कोर्ट ने भी स्पष्ट रूप से कह दिया है कि सोनाली-स्वीटी भारत के ही नागरिक हैं। सोनाली और अन्य को भारत वापस लाने के लिए बांग्लादेश की अदालत ने ढाका के भारतीय दूतावास को निर्देश दिया है।

इस स्थिति में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अधीन दिल्ली की पुलिस-प्रशासन के जिन अधिकारियों ने सोनाली और अन्य को बांग्लादेशी होने का आरोप लगातार पुश-बैक किया था, उनके खिलाफ फौजदारी मामला और विभागीय जांच करने की मांग तृणमूल कांग्रेस की तरफ से उठाई जा रही है।

तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह से लेकर शुभेंदु अधिकारी, शमीक भट्टाचार्य भी पश्चिम बंगाल के बांग्लाभाषियों को बांग्लादेशी, रोहिंग्या कहकर दागदार बना रहे हैं। तृणमूल की मांग है कि इन नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करके सजा दिलायी जाए। शनिवार को पार्टी की ओर से मिले संकेत मिला है कि भविष्य में तृणमूल इस मांग को लेकर भगवा शिविर पर दबाव बढ़ाने वाली है।

सोनाली और अन्य को लेकर बांग्लादेश के कोर्ट के आदेश को लेकर तृणमूल के आधिकारिक X हैंडल पर एक पोस्ट किया जिसमें कहा गया, 'देश के नागरिकों को जो विदेशी कहते हैं, रोहिंग्या कहते हैं, पुलिस से सजा दिलवाते हैं, उन्हें चिह्नित करके न्याय करके जरूर सजा देनी होगी। जिन एजेंसियों ने इस निष्कासन पर काम किया है, उनके खिलाफ भी फौजदारी और विभागीय जांच होनी चाहिए।'

'एजेंसी' से तृणमूल का क्या है तात्पर्य?

पार्टी के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती का कहना है, 'दिल्ली की पुलिस-प्रशासन ने पुश-बैक का यह काम किया है। इसलिए उनके खिलाफ फौजदारी और विभागीय जांच करनी होगी। नरेंद्र मोदी, अमित शाह से लेकर शुभेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल के निवासियों को बांग्लादेशी, रोहिंग्या का टैग दे रहे हैं। इसी कारण से हम इन्हें बंगाल विरोधी कह रहे हैं।'

तृणमूल का आरोप है कि दिल्ली में प्रवासी मजदूर के रूप में काम करने गए वीरभूम के पाइकर के सोनाली-स्वीटी बीबी, अमित शाह के अधीन पुलिस-प्रशासन के गुस्से का शिकार हुए थे।

Prev Article
मैराथन तलाशी के बाद ED ने बरामद किए ₹45 लाख, सुजीत बसु समेत करीबियों किया जा सकता है तलब
Next Article
देश में पहली बार कलकत्ता हाई कोर्ट ने दी नाबालिग के अग्रिम जमानत मांगने के अधिकार को मान्यता

Articles you may like: