कई घंटों की मैराथन तलाशी के बाद ED (Enforcement Directorate) ने 45 लाख रुपये जब्त किए हैं। नगरपालिका में नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले की जांच में ED ने कुल 13 जगहों पर छापे मारकर यह राशि बरामद की है। शुक्रवार की सुबह राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु (Sujit Bose) और उनके करीबियों के विभिन्न पतों पर ED के अधिकारियों ने मैराथन तलाशी शुरू की थी।
मिली जानकारी के अनुसार कई जगहों पर छापेमारी करके कई डिजिटल दस्तावेजों के अलावा कागजात भी बरामद हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये रुपए किसके हैं, क्यों वहां रुपया रखा गया था, इन सभी बातों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए राज्य के मंत्री और उनके करीबियों को तलब किया जा सकता है।
नगरपालिका नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले की जांच में कुछ लेन-देन के सूत्र में शुक्रवार की सुबह राज्य के मंत्री और उनके करीबियों के पतों पर केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने छापा मारा। बताया जाता है कि सुजीत के बेटे समुद्र बसु के रेस्तरां में भी देर रात तक तलाशी चली। दमदम के एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल के कर्ता-धर्ता और मंत्री के ऑडिटर के घर पर भी छापा मारा गया। यहां तक कि एक ढाबे पर भी जांचकर्ताओं ने छापा मारा।
अधिकारी अग्निशमन मंत्री के पूर्व निजी सहायक के घर भी ED के अधिकारी पहुंचे। ED अधिकारियों का दावा है कि इस अभियान में रुपयों के साथ-साथ कई दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। उन दस्तावेजों की अच्छी तरह से पड़ताल करने के बाद मामले की जांच कर रहे अधिकारी अब कई लोगों से पूछताछ करना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक कालीपूजा (दीवाली) के बाद ही नगरपालिका में नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले की जांच में ED और तेजी ला सकता है।
सूत्रों का मानना है कि VIP रोड पर एक रेस्तरां के मुख्य मालिकों में से एक समुद्र बसु ED अधिकारियों की नजर में हैं। केवल उनके रेस्तरां ही नहीं, ED अधिकारियों ने सॉल्टलेक के सेक्टर 5 के एक चीनी रेस्तरां पर भी छापा मारा था। वहां से भी कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। बताया जाता है कि उस रेस्तरां के साथ भी मंत्री और उनके परिवार का संबंध है।
इन सभी चीजों की विस्तार से जांच करने के लिए ही मंत्री के अलावा उनके करीबियों को भी तलब किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही सुजीत बसु ने मीडिया को दिए अपने बयान में आरोप लगाया था कि यह चुनाव से पहले राजनीतिक साजिश के तहत ही ED का अभियान है।
इससे पहले भी सुजीत बसु के घर पर केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने छापा मारा था। उस समय भी कई दस्तावेज बरामद किए गए थे। उन दस्तावेजों को नगरपालिका नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में शामिल व्यापारी अयन शील के घर से जब्त किए गए दस्तावेजों से मिलाकर भी देखा जा रहा है। बता दें, जब सुजीत बसु दक्षिण दमदम नगरपालिका के उपाध्यक्ष के पद पर थे तब कई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी।
उस काम का ठेका अयन की कंपनी ABS Infogen को दी गयी थी। उस समय ED के अधिकारियों को पता चला था कि राज्य की 19 नगरपालिकाओं में नियुक्ति को लेकर भ्रष्टाचार किया गया है। बाद में अदालत के आदेश पर इस मामले की जांच की जिम्मेदारी भी ED ने अपने कंधे पर ही ली।