एई समय: दिवाली में बस दो दिन बचे हैं। शहर के अलग-अलग इलाकों में खुलेआम अवैध पटाखे बिक रहे हैं। इन पटाखों का धंधा उन इलाकों में ज्यादा फल-फूल रहा है जहां बहुमंजिला मकानों की संख्या ज्यादा है। उन इलाकों में कम बिक्री हो रही है जहां फ्लैटों की संख्या कम है। हालांकि दिवाली की रात इन इलाकों में भी कम पटाखे नहीं फोड़े जाते हैं।
ऐसा नहीं है कि पुलिस कुछ नहीं कर रही। वो निवासियों के साथ नियमित बैठकें कर रही है। पुलिस तरह-तरह के दिशा-निर्देश जारी कर रही है। अवैध पटाखे जब्त भी कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हर बार पटाखे फोड़ने के खिलाफ चेतावनी देती हैं। शुक्रवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थानीय क्लबों को साथ लेकर चलेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारी खुशी दूसरों के लिए दुख का कारण न बने। ध्यान रखें कि कहीं आग न लग जाए। मैंने एक पटाखा फेंका और उस पटाखे से कोई और जल गया। ध्यान रखें कि ऐसा न हो। पटाखे जलाइये,लेकिन ग्रीन पटाखे फोड़िये। इससे लोगों को कोई नुकसान नहीं होता है।
अवैध पटाखों की बिक्री रोकना आसान नहीं, जूझती पुलिस
हालांकि चारो तरफ हो क्या रहा है। बुधवार से ही विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में कई जगहों पर गली-मोहल्लों में पटाखों की ढेरों दुकानें सज गई हैं। इनमें से लगभग सभी अवैध पटाखे हैं। पटाखों के अलावा इन दुकानों में खुलेआम ध्वनि बम भी बिक रहे हैं। कोई चाहे तो कालीपटाखा, चॉकलेट बम और आलू पटाखे भी स्टॉक में से ले सकता है। हालांकि इनकी कीमतें ज्यादा हैं।
बाजार में जो भी पटाखे बेचे जा रहे हैं उनमें से किसी पर भी क्यूआर कोड नहीं है जो ग्रीन पटाखों के लिए अनिवार्य है। पटाखा विक्रेताओं का कहना है कि एक घर में कई लोग रहते हैं। दिवाली पर घर की छत पर खुलेआम पटाखे जलाए जाते हैं। एक-एक करके खरीददार 10-15 हजार रुपये के पटाखे खरीद रहे हैं। कुछ लोगों ने दक्षिण 24 परगना के चंपाहाटी, नुंगी और उत्तर 24 परगना के नीलगंज से पटाखे खरीद कर स्टॉक कर लिया है।
हालांकि बिधाननगर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पटाखों के खिलाफ अभियान जारी है। बड़ी संख्या में पटाखे जब्त भी किए जा रहे हैं। यह अभियान जारी रहेगा। नजर आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर भी सभी को चेतावनी दी जा रही है। इसके बाद भी अगर कोई खास शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि चूंकि आवासीय परिसर पटाखों के 'हॉटस्पॉट' हैं। इसलिए आवासीय अधिकारियों के साथ हुई बैठक में साफ तौर पर कहा गया है कि अगर किसी भी इमारत से पटाखे फोड़ने की शिकायत मिलती है तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार को एक निर्देश जारी कर कहा कि दिवाली की रात 8 से 10 बजे तक सिर्फ ग्रीन पटाखे ही फोड़ सकेंगे। हालांकि असल में क्या होगा यह तो उसी दिन पता चलेगा।